आइजीएमसी में इलाज के दौरान युवक की मौत, परिजनों ने किया केस
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के चलते युवक की मौत हुई है। बार-बार आग्रह के बावजूद डॉक्टरों ने मरीज की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया।
जागरण संवाददाता, शिमला। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आइजीएमसी) में इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर की लापरवाही से युवक की मौत का आरोप लगाया है।
जानकारी के अनुसार, बिलासपुर के जुखाला से वरुण (26) वर्ष शिमला के आइजीएमसी में पथरी की शिकायत के चलते आठ सितंबर को अस्पताल पहुंचा था। जहां पर डॉक्टरों ने पहले उसके टेस्ट लिए। टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद युवक को पहले हड्डी में परेशानी और उसके बाद किडनी में पतथरी की शिकायत बताई। उसे ऑपरेशन की सलाह दी। लेकिन 10 सितंबर को युवक की किडनी में ज्यादा दर्द हुई। इसके बाद डॉक्टरों ने पेन किलर का इंजेक्शन दिया। इंजेक्शन लगाने के कुछ देर बाद ही युवक की मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के चलते युवक की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि उनके बार-बार आग्रह के बावजूद डॉक्टरों ने मरीज की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। परिजनों ने जब डॉक्टरों से युवक की मौत का कारण पूछा तो डॉक्टरों ने उन्हें युवक को हृदय गति रुकने (हार्ट अटैक) से मौत होने की बात बताई। परिजनों ने मामले को लेकर जांच की मांग की है। फिलहाल उनकी शिकायत पर लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी ने मामला दर्ज कर लिया है और शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस आगामी कार्रवाई अमल में लाएगी।