ठियोग बाईपास पर ल्हासा गिरने से तीन मंजिला घर को खतरा
ठियोग बाईपास पर ल्हासा गिरने से एक तीन मंजिला घर के गिरने का खतरा बढ़ गया है।
संवाद सूत्र, ठियोग : ठियोग बाईपास पर ल्हासा गिरने से एक तीन मंजिला घर के गिरने का खतरा बढ़ गया है। हालांकि नुकसान को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने तिरपाल बिछाकर मिट्टी को खिसकने से रोकने का इंतजाम किया है। ऊपरी शिमला के ठियोग में बाईपास निर्माण कार्य तेजी से चला हुआ है। इस सड़क का कुछ मीटर भाग बनना बाकी है लेकिन प्रदेश के साथ ऊपरी शिमला के ठियोग में हो रही बरसात के कारण कई जगह पर ल्हासे गिर रहे हैं। शुक्रवार सुबह से हो रही बरसात के कारण बाईपास पर बना एक मकान खतरे में आ गया है।
मकान के मालिक हेमचंद वर्मा ने कुछ साल पहले ही यह मकान बनाया था। अब बाईपास निर्माण के कारण हुई कटिग से यहां से मिट्टी खिसकना शुरू हो गई है लेकिन सुबह के बाद हुई वर्षा में अब पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा दरक गया है और तीन मंजिला मकान को पूरी तरह से खतरा बन गया है। ज्यादा वर्षा हुई तो बढ़ेगा खतरा
जगदीश कंवर, विक्की भोटका, मनोज, पूजा कंवर का कहना है कि जब विभाग को पहले ही मालूम था कि मिट्टी लचीली है तो पहले ही सावधानी क्यों नहीं बरती। यहां पर घर के गिरने का खतरा बना हुआ है। वहीं वार्ड नंबर चार के पार्षद संजय शर्मा ने बताया कि यह मकान उनके वार्ड में है और संबंधित विभाग को इस कार्य को जल्द कर मकान को बचाना चाहिए। विभाग को फरवरी में लिखित में स्थिति के बारे में अवगत करवा दिया था। बरसात में मकान के निचले भाग में बाईपास सड़क की कटिग का काम होने वाले खतरे से अवगत करवा दिया था। वर्षा के कारण घर का एक तरफ छोर का सौ मीटर हिस्सा भूस्खलन की जद में आ गया है। यदि बारिश इसी तरह होती रही तो अधिक खतरा हो सकता है। विभाग जल्द डंगा लगाए ताकि मकान को बचाया जा सके।
हेम चंद वर्मा, मकान मालिक। दो से तीन स्थानों पर ल्हासे आने का खतरा है और विभाग की ओर से सभी जगह पर तिरपाल लगाकर स्थिति को संभाला गया है। मौसम के साफ होते ही सभी खतरे वाली जगह पर प्राथमिकता से कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
- पीपी सिंह, एक्सईएन, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण।