ढली सब्जी मंडी में नहीं कोरोना का खौफ, बिना मास्क पहुंच रहे खरीदार; सैनिटाइजर की भी नहीं व्यवस्था
Coronavirus Alert कोरोना वायरस के खतरे के बीच लोग जोखिम उठाने से बाज नहीं आ रहे हैं। कफ्र्यू में ढील के दौरान लोग नियमों को ताक पर रख रहे हैं।
शिमला, जेएनएन। कोरोना वायरस के खतरे के बीच लोग जोखिम उठाने से बाज नहीं आ रहे हैं। कफ्र्यू में ढील के दौरान लोग नियमों को ताक पर रख रहे हैं। खासतौर पर सब्जी मंडी में मनमानी जगजाहिर होने लगी है। शिमला की ढली सब्जी मंडी में भी सोमवार को कुछ ऐसा ही नजारा दिखा।
सब्जी मंडी में लोग नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मंडी में न तो व्यापारी मास्क पहन रहे हैं और न ही मजदूरों और किसानों द्वारा शारीरिक दूरी के नियमों का पालन किया जा रहा है। कहीं पर भी सैनिटाइजर नहीं रखा गया है। ऐसे में जरा सी चूक सब पर भारी पड़ सकती है।
यदि कोई संक्रमित मरीज आता है तो हजारों लोगों को खतरा पैदा हो सकता है। अन्य राज्यों से भी मंडी में गाडिय़ां पहुंच रही है। लेकिन मंडी में प्रवेश करने से पहले न तो चालकों व परिचालकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है और न ही इनका कोई विवरण मंडी में नोट किया जा रहा है।
सब्जी मंडियों में व्यापारियों को मास्क लगाकर ही बैठना चाहिए, क्योंकि अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। मंडियों द्वारा सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए, ताकि कोरोना वायरस पर लगाम लगाई जा सके। साथ ही लोगों को भी खरीद-फरोख्त करते समय मास्क पहनने का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
मंडी आढ़तियों को भी चाहिए कि अन्य राज्यों से आ रही गाडिय़ोंं की थर्मल स्क्रीनिंग का विशेष ख्याल रखा जाए, ताकि बाहर के किसी व्यक्ति से संक्रमण फैलने का खतरा न हो। हालांकि सब्जी के अच्छे भाव मिलने से किसान खुश हैं।
एपीएमसी अध्यक्ष नरेश शर्मा का कहना है सुरक्षा कर्मी लगाए गए हैं, यदि कोताही बरती जा रही है तो कार्रवाई की जाएगी।