रोहड़ू के नतीजों ने कांग्रेस को चौंकाया
कांग्रेस पार्टी को रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र के चुनावी नतीजों ने सबसे ज्यादा चौंकाया है।
जागरण संवाददाता, शिमला : बेशक कांग्रेस को जिले के सभी हलकों में झटका लगा है, लेकिन रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र के चुनावी नतीजों ने सबसे ज्यादा चौंकाया है। कांग्रेस खेमा इस क्षेत्र से पार्टी को लीड मिलने की उम्मीद में था। जब भी नतीजों के बारे में नेताओं की आपस में चर्चा होती थी तो यहां लीड की बात होती थी। ऐसा पहली बार हुआ कि जब यहां से आम चुनाव में भाजपा आगे रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की चिड़गांव में हुई चुनावी रैली का भी लाभ हुआ है। इसमें लोगों की भीड़ उमड़ी थी। इससे पहले जब रोहड़ू दौरे पर मुख्यमंत्री गए थे तो आधी आबादी का समर्थन मिला था। तभी से सरकार को सकारात्मक संकेत मिलने आरंभ हो गए थे।
इसके अलावा कांग्रेस नेता मंजीत ठाकुर को भाजपा में शामिल करवाना किसी मास्टर स्ट्रॉक से कम नहीं रहा। उन्हें वीरभद्र सिंह का धुर विरोधी माना जाता है। पहले प्रबल समर्थक रहे, लेकिन 2009 उपचुनाव में प्रतिभा सिंह को टिकट नहीं मिला था तब इसे मंजीत ने झटका था। सीट भाजपा के खुशीराम बालनाटाह ने जीती थी। बिना कांग्रेस समर्थन के ऐसा संभव नहीं था। यहीं से वीरभद्र सिंह और मंजीत के संबंधों में खटास आई। रोहड़ू से पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मोहन लाल ब्राक्टा को 29134, जबकि भाजपा की शशिबाला को 19726 वोट मिले। शशि हारने के बाद भी इलाके में सक्रिय रहीं। नतीजों से उनका भी रुतबा बढ़ गया है। शिमला संसदीय क्षेत्र से जब वीरेंद्र कश्यप के टिकट कटने की चर्चा हो रही थी तो टिकट के तलबगारों में उनका भी नाम था। हालांकि टिकट पच्छाद के विधायक सुरेश कश्यप को मिला।
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