अब स्वास्थ्य संस्थानों की बदहाली पर घेरी सरकार
जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में अब सत्ता पक्ष और विपक्ष स्वास्थ्य संस्थानों के मामलों में आमने-सामने हैं।
यशपाल शर्मा, जुब्बल
जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में अब सत्ता पक्ष और विपक्ष स्वास्थ्य संस्थानों के मामले में आमने-सामने हैं। कांग्रेस ने सरकार की घेराबंदी की है। आरोप है कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में स्टाफ को नहीं भरा जा रहा है, जबकि पूर्व कांग्रेस सरकार ने क्षेत्र में 14 छोटे अस्पताल खोले थे। इस पर भाजपा ने भी पलटवार किया है। भाजपा का दावा है कि कांग्रेस ने अपनी सरकार में केवल संस्थान खोलने की तरफ जोर दिया। स्टाफ का कोई इंतजाम नहीं किया, जबकि भाजपा सरकार ने अब तक के कार्यकाल में कोटखाई क्षेत्र में डॉक्टरों के कई पदों को भरा गया है। हां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र थरोला, झडग-नकाड़ी और मन्ढोल में डॉक्टर के पद रिक्त हैं। मन्ढोल में कार्यरत डॉक्टर पीजी करने गए हैं। इस कारण वहां यह पद खाली हुआ है। उधर कोटखाई के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर ने खाली पदों को भरने के लिए सरकार को पत्र लिखा है।
जुब्बल-कोटखाई कांग्रेस ने विधानसभा में मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा को घर में घेरा है। पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि भाजपा सरकार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र थरोला में डॉक्टर के रिक्त पद को भी नहीं भर पाई है। यह बरागटा की गृह पंचायत है। जिला शिमला कांग्रेस कमेटी के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुमान सिंह, संधिरा रांटा, जितेंद्र मेहता, नारायण दत्त, चेतन आजाद, सुरेश चौहान, आनंद मेहता, रविंद्र चौहान, विपीन, लोकिंद्र पुरटा, रमेश चंद, कपिल ठाकुर, चेतन भीमटा, अनुज पुरटा, महिपाल शर्मा, सागर कलांटा, रोहित आजाद ने कहा कि विधायक नरेंद्र बरागटा कोटखाई में ट्रॉमा सेंटर खोलने की बात कर रहे हैं, लेकिन थरोला में डॉक्टर का पद एक वर्ष से अधिक समय से खाली पड़ा हुआ है। ये किया दावा
कांग्रेस पदाधिकारियों ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पूरे प्रदेश भर में सर्वाधिक 14 स्वास्थ्य संस्थान तत्कालीन विधायक व मुख्य संसदीय सचिव रोहित ठाकुर के अथक प्रयासों से जुब्बल-नावर-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में खोले गए थे। इनमें 10 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र थे। भाजपा नए स्वास्थ्य संस्थान तो नहीं खोल पाई लेकिन खुले हुए स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ भी मुहैया नहीं करवा सकी।
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कोटखाई ब्लॉक में रोहड़ू से भी अधिक पद भरे गए हैं। डॉक्टरों के कई पदों को भरा गया है। हां तीन जगह पर पीएचसी में डॉक्टर नहीं हैं। इसके बारे में सरकार को अवगत करवा दिया है। जो संस्थान नए खुले, अपग्रेड हुए उनमें डॉक्टरो की कमी है, लेकिन यह भी सच्चाई है कि ब्लॉक में सबसे ज्यादा डॉक्टर तैनात किए गए हैं।
-डॉ. केशव राम, कार्यकारी बीएमओ, कोटखाई।