समय पर ज्वाइनिंग न देने वाले कॉलेज शिक्षकों का तबादला होगा रद
जागरण संवाददाता शिमला तबादलों को लेकर रोजाना शिक्षा निदेशालय में जुटने वाली भीड़ पर श्ि
जागरण संवाददाता, शिमला : तबादलों को लेकर रोजाना शिक्षा निदेशालय में जुटने वाली भीड़ पर शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। शिक्षा विभाग ने सभी कॉलेज प्रधानचार्यों से रिपोर्ट तलब की है। इसमें पूछा गया है कि कॉलेज काडर के कितने शिक्षकों के तबादले हुए हैं। इनमें से कितने शिक्षकों ने नियुक्तियां दी हैं। इसमें कितने ऐसे शिक्षक हैं जिन्होंने तय समय के भीतर ज्वाइनिग नहीं दी है। पांच दिनों के भीतर यह रिकॉर्ड शिक्षा निदेशालय की कॉलेज ब्रांच को भेजने के निर्देश दिए हैं, यदि कोई शिक्षक ऐसा पाया जाता है जिसका तबादला 15 दिन से ज्यादा समय पहले हो चुका है और उसने ज्वाइन नहीं किया है उनके तबादला आदेश को रद कर दिया जाएगा। विभाग का कहना है कि शिक्षकों के तबादला आदेश हुए हैं, रिकॉर्ड में कॉलेज में पद भरा हुआ है लेकिन शिक्षकों ने ज्वाइन ही नहीं किया है। शिक्षक एडजेस्टमेंट के लिए रोजाना सचिवालय से लेकर निदेशालय के चक्कर काटते रहते हैं। उच्चतर शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने कहा कि कॉलेजों से रिकॉर्ड मांगा है। रिकॉर्ड आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
----------------
प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने शुरू की सख्ती
प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने दो दिन पहले 15 दिनों के भीतर ज्वाइन न करने वाले दो शिक्षकों के तबादला आदेश को रद कर दिया है। इसी तरह पदोन्नति के 15 दिनों के भीतर जिन शिक्षकों ने ज्वाइनिग नहीं दी है उनके पदोन्नति आदेश भी निरस्त किए जा रहे हैं। विभागीय स्तर पर इस के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है।
-----------------
कर्मचारियों ने उठाया था मामला
शिक्षा निदेशालय के कर्मचारियों ने इस मामले को उठाया था। उनका कहना था कि पदोन्नति व नियमितीकरण के बाद शिक्षक एडजेस्टमेंट करवाने के लिए रोजाना निदेशालय में डेरा जमाए रहते हैं। इस कारण अनावश्क रूप से भीड़ इक्ट्ठा रहती है। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है। इसे देखते हुए विभाग ने सख्ती के निर्देश दिए हैं। निदेशक उच्चतर शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा ही प्रारंभिक शिक्षा विभाग का भी अतिरिक्त कार्यभार देख रहे हैं।