उपाध्यक्ष की तारीफ, पाकिस्तान की ¨नदा
प्रदेश की तेरहवीं विधानसभा का दूसरा बजट सत्र सोमवार को संपन्न हुआ। विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव ¨बदल ने सोमवार को सत्र को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया है। इससे पहले सरकार और विपक्ष ने पुलवामा हमले में चालीस जवानों की शहादत को नमन करते हुए पाकिस्तान की ¨नदा की गई। बजट सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पुलवामा में चालीस जवानों की शहाद से पूरा प्रदेश आहत है। इस हमले मे प्रदेश का एक ही जवान शहीद हुआ है। सरकार शहीद के परिवार के साथ है। सरकार से जो भी बल पड़ेगा वह शहीद के परिवार की मदद के लिए किया जाएगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इस घटना के बाद पाकिस्तान को मूंह तोड जबाव मिलना चाहिए।
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल की 13वीं विधानसभा का दूसरा बजट सत्र सोमवार को संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सदन में सभी का धन्यवाद कर रहे थे। उन्होंने विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज का धन्यवाद करते हुए उनकी तारीफ की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अध्यक्ष की गैरहाजिरी में उपाध्यक्ष ने जिस तरह सदन को संभाला, वह तारीफ के काबिल है। इस प्रकार की उम्मीद नहीं थी। उम्मीद से मतलब है कि वह बड़े ही नटखट स्वभाव के हैं। ऐसे में संशय था कि वह अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठ कर कैसे सदन को चलाएंगे। मुख्यमंत्री ने एक घंटा 20 मिनट तक चर्चा का उत्तर दिया। बजट की छह अनुदान मांगों पर विपक्ष ने कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत किए। इनमें विपक्ष के 14 सदस्यों ने भाग लिया। इस सत्र के दौरान 436 तारांकित तथा 196 अतारांकित प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए। छह विधयेक पारित हुए। इस मौके मुख्यमंत्री ने पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान की निंदा की। भाजपा ने 22 दिन चलने नहीं दिया था सत्र
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा जब विपक्ष में थी तो 22 दिन तक सत्र नहीं चलने दिया था। हम तो काम में विश्वास रखते हैं। मुख्यमंत्री अपना समय भूल गए हैं। अब मुख्यमंत्री को 14 महीनों में ही गुस्सा आने लगा है और मलाल करने लगे हैं। विपक्ष का काम है जो सरकार ने गलत किया है उसे उठाया जाए। कश्मीर भारत का है और भारत का ही अंग रहेगा। प्रदेश कांग्रेस पार्टी इस घड़ी में केंद्र सरकार के साथ खड़ी है। 56 घंटे पांच मिनट चला बजट सत्र
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव ¨बदल ने कहा कि बजट सत्र के दौरान सदन की 13 बैठकें हुई। सदन की कार्यवाही 56 घंटे पांच मिनट तक चली। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में 33 सदस्यों ने भाग लिया। इनमें पक्ष के 18, प्रतिपक्ष 13, सीपीआइ एम के एक, एक निर्दलीय सदस्य ने भाग लिया। चर्चा नौ घंटे 45 मिनट तक चली। बजट अनुमानों पर तीन दिन चली चर्चा में 36 सदस्यों भाग लिया। चर्चा 10 घंटे एक मिनट तक चली।