शहर में संपत्ति करदाता निगम को लगा रहे चपत
जागरण संवाददाता शिमला राजधानी शिमला में चेक से प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाने वाले शहर के
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में चेक से प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाने वाले शहर के कई लोग निगम को चपत लगा रहे हैं। जिन लोगों से निगम को टैक्स लेना था, उनसे पेमेंट लेने के बजाय नगर निगम को बैंक को खुद ही जुर्माने के रूप में राशि चुकानी पड़ रही है।
निगम ने चेक से जमा हुए प्रॉपर्टी टैक्स को जब कैश करवाने के लिए बैंक में लगाया तो चेक बाउंस हो गए। अब निगम को न तो टैक्स के पैसे मिले और चेक बाउंस होने की पैनल्टी खुद पर ही लगवा बैठा। इतना ही नहीं अब नगर निगम इन पर कानूनी कार्रवाई करने की बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठा है। नगर निगम अब इन करदाताओं से फोन पर संपर्क साध रहा है कि आपका चेक बाउंस हो गया। दोबारा अपना संपत्ति कर जमा करवाएं। ये हैं नियम
अगर कोई व्यक्ति सामने वाली पार्टी को किसी बिल या अन्य तरह के भुगतान के लिए चेक देता है तो बाउंस होने पर दोनों पार्टियों को पैनल्टी लगती है। जिस व्यक्ति ने चेक दिया उसे अधिक पैनल्टी लगती है और जिस पार्टी ने संबंधित व्यक्ति का चेक लगाया उसे कम पैनल्टी लगती है। इससे चेक बाउंस होने की पैनल्टी निगम पर भी पड़ रही है। पांच हजार लोगों ने जमा नहीं करवाया टैक्स
नगर निगम शिमला में करीब 32 हजार भवन मालिक हैं। इनमें बिल जारी होने के बावजूद पांच हजार लोगों ने अभी टैक्स जमा नहीं करवाया है। इन लोगों पर भी नगर निगम कार्रवाई करने की तैयारी में है और नवंबर के अंतिम सप्ताह तक इन डिफाल्टरों को नोटिस जारी करेगा। चेक बाउंस होने के मामले में नगर निगम कार्रवाई अमल में लाएगा। निगम बैंक द्वारा लगाई की पैनल्टी भी चेकदाताओं से वसूल करेगा।
अजीत भारद्वाज, संयुक्त आयुक्त नगर निगम शिमला।