मुख्यमंत्री आज करेंगे आइजीएमसी का दौरा
जागरण संवाददाता शिमला प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आइजी
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आइजीएमसी) शिमला में बुधवार यानी छह जनवरी को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर दौरा करने पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री प्री-फेब्रिकेटिड अस्पताल का निरीक्षण करेंगे। जल्द फेब्रिकेटिड अस्पताल में कोरोना के गंभीर मरीजों को इलाज की सुविधा मिल सकती है। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने तैयारी कर ली है।
अस्पताल परिसर में फेब्रिकेटिड अस्पताल बनकर तैयार हो चुका है। इसमें कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए 20 आइसीयू बैड लगाए गए हैं, जिन्हें वेंटीलेशन की सुविधा मिलेगी। मौजूदा समय में अस्पताल में करीब 200 बैड कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध हैं। इसमें करीब 82 आइसीयू बैड हैं। मरीजों की गंभीर हालत को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने आइसीयू बैड बढ़ाने का फैसला लिया है। आइजीएमसी में प्रदेशभर से कोरोना से पीड़ित गंभीर हालत वाले मरीज दाखिल रहते हैं। ऐसे में अधिकतर मरीज ऑक्सीजन व वेंटीलेशन पर रहते हैं। ऐसे में आइसीयू बैड की जरूरत बढ़ जाती है।
अस्पताल के प्रधानाचार्य डा. रजनीश पठानिया का कहना है कि कोरोना के बढ़ते फैलाव के चलते प्रदेशभर के अस्पतालों से कोरोना मरीज यहां रेफर किए जाते हैं। मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए टेस्टिंग से लेकर इलाज प्राथमिकता पर दिया जा रहा है। प्री-फेब्रिकेटिड अस्पताल से कोरोना से जूझ रहे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। आइजीएमसी के ई-ब्लॉक के समीप प्री-फेब्रिकेटिड स्ट्रक्चर बनाया गया है। मरीजों की देखभाल के लिए कोविड ड्यूटी दे रहा स्टाफ इस अस्पताल में भी सेवाएं देगा। स्ट्रेन के लिए दो बैड वाला आइसोलेशन तैयार
शिमला जिले में अभी तक कोरोना वायरस के नए स्वरूप यानी स्ट्रेन का कोई मामला सामने नहीं आया है। बीते दिनों ब्रिटेन से लौटे सभी लोग कोरोना नेगेटिव पाए गए हैं। आइजीएमसी ने स्ट्रेन से निपटने के लिए दो बैड वाला आइसोलेशन वार्ड तैयार किया है। वहीं डॉक्टरों का मानना है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिन एहतियात का पालन करने के लिए लोगों को कहा जा रहा है स्ट्रेन से निपटने के लिए भी यही एहतियात कारगर साबित होंगे।