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हिमाचल में सीएम को लेकर फंसा पेंच, केंद्रीय पर्यवेक्षकों के सामने नारेबाजी

शांता कुमार ने कहा कि अगर मैं अध्यक्ष होता तो नारेबाजी करने वाले कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखा देता।

By Babita KashyapEdited By: Published: Fri, 22 Dec 2017 09:50 AM (IST)Updated: Sat, 23 Dec 2017 09:28 AM (IST)
हिमाचल में सीएम को लेकर फंसा पेंच, केंद्रीय पर्यवेक्षकों के सामने नारेबाजी
हिमाचल में सीएम को लेकर फंसा पेंच, केंद्रीय पर्यवेक्षकों के सामने नारेबाजी

शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई भाजपा में मुख्यमंत्री चयन को लेकर अभी नाम तय नहीं हो पाया है। मुख्यमंत्री पद का चयन करने के लिए दूसरे दिन शुक्रवार को पीटरहॉफ में आयोजित बैठक के दौरान खूब राजनीतिक ड्रामा हुआ। भाजपा केंद्रीय पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र तोमर के समक्ष पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी की। बैठक में भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक भी मौजूद थे।

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पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल समर्थकों ने तर्क दिया कि प्रदेश की लोकसभा की चारों सीटें जीतने के लिए जरूरी है कि धूमल को ही मुख्यमंत्री बनाया जाए। इसके जवाब में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार और सिराज विधानसभा क्षेत्र से विधायक जयराम ठाकुर के समर्थकों ने भी जोरदार नारेबाजी की। 

इस बीच, भाजपा के सीएम पद को लेकर शिमला में पर्यवेक्षकों से बैठक करने आए पार्टी के वरिष्ठ सांसद शांता कुमार ने कहा कि दुख इस बात को लेकर है, पर्यवेक्षकों के सामने धूमल-जयराम के समर्थक नारेबाजी कर रहे हैं जो पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि अगर मैं अध्यक्ष होता तो नारेबाजी करने वाले कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखा देता।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को लेकर जनता ने फैसला दिया है। जनता का रुझान किसकी तरफ है ये सबको पता है। वहीं, मुख्यमंत्री की दौड़ में शांता इशारों ही इशारों में जयराम के पक्ष में दिखे। बहरहाल, पर्यवेक्षकों के साथ बैठक के बाद शांता कुमार ने कहा कि उन्होंने सीएम के चेहरे को लेकर अपनी राय दे दी है, अब जो भी फैसला होगा वो केंद्रीय हाईकमान तय करेगा। 

वीरवार को हिमाचल प्रदेश के राज्य अतिथिगृह पीटरहॉफ में वीरवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं हो पाई थी। साढ़े चार बजे पीटरहॉफ में बैठक शुरू हुई और सभी सदस्यों के विचार सुने गए। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया गया। लेकिन वीरवार के घटनाक्रम में केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने बंद कमरे में जयराम ठाकुर व सुरेश भारद्वाज से भी चर्चा की। ऐसा माना जा रहा है किमुख्यमंत्री पद की दौड़ में जयराम व जेपी नड्डा के बीच में मुकाबला है।

बैठक में प्रभारी मंगल पांडेय के अलावा प्रेम कुमार धूमल, पार्टी अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, संगठन मंत्री पवन राणा, जयराम ठाकुर, सुरेश भारद्वाज, डा. राजीव बिंदल, विपिन सिंह परमार, रणधीर शर्मा व सांसद रामस्वरूप शर्मा मौजूद थे दोनों ने कहा, बोर्ड को अवगत करवाएंगे पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण व नरेंद्र तोमर ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह नेताओं की राय से भाजपा संसदीय बोर्ड को अवगत करवाएंगे।

 

उसके बाद संसदीय बोर्ड प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए नेता के नाम से अवगत करवाएगा। हमें केवल सभी नेताओं की बात सुनने के लिए भेजा गया है बंद कमरे में बैठक अमित शाह के आदेशों के तहत शिमला पहुंचे पर्यवेक्षकों ने कदम रखते ही जयराम ठाकुर व सुरेश भारद्वाज के साथ मंत्रणा की। बंद कमरे में हुई इस मंत्रणा को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। लेकिन कुछ समय के बाद कमरे में दूसरे कई नेता दाखिल हुए।

धूमल-सत्ती के जाने पर विधायकों से मुलाकात

रात्रि आठ बजे प्रेम कुमार धूमल व सतपाल सिंह सत्ती के बैठक से जाने के बाद केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने जीतकर आए विधायकों को एक एक कर बात की। इस दौरान केंद्रीय पर्यवेक्षकों के अलावा कोर ग्रुप के नेता भी वहां पर मौजूद थे। 

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