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अगले सत्र में नशे की रोकथाम का पाठ नहीं पढ़ पाएंगे विद्यार्थी

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) सोलन की लचर कार्यप्रणाली के कारण नशे के खिलाफ पाठ अगले शैक्षणिक सत्र में नहीं पढ़ाया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 04:17 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 04:17 PM (IST)
अगले सत्र में नशे की रोकथाम
का पाठ नहीं पढ़ पाएंगे विद्यार्थी
अगले सत्र में नशे की रोकथाम का पाठ नहीं पढ़ पाएंगे विद्यार्थी

राज्य ब्यूरो, शिमला : राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) सोलन की लचर कार्यप्रणाली के कारण हिमाचल के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थी अगले शैक्षणिक सत्र में नशे की रोकथाम का पाठ नहीं पढ़ पाएंगे। एससीईआरटी चार महीने में नशे की रोकथाम का पाठ तैयार नहीं कर पाई है।

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मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने युवाओं को नशे से बचाने के लिए स्कूल स्तर पर नशे के दुष्प्रभाव का पाठ पढ़ाने की घोषणा की थी। प्रदेश सरकार ने इस संबंध में अगस्त में एससीईआरटी को पाठ तैयार करने के निर्देश जारी किए थे। एससीईआरटी ने पाठ तैयार करने की जिम्मेदारी एससीईआरटी के जनसंख्या प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. हेमराज को सौंपी है। सरकार का दावा था कि नशे की रोकथाम के पाठ को अगले शैक्षणिक सत्र वर्ष 2019-20 में पांचवीं कक्षा के पाठयक्रम में शामिल किया जाएगा। लेकिन अब तक पाठ तैयार नहीं हुआ है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पाचवीं से दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभाव का पाठ पढ़ाया जाना है। पहले चरण में इसे पांचवीं कक्षा से शुरू किया जाना है। छप गई अगले शैक्षणिक सत्र की किताबें

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने अगले शैक्षणिक सत्र की किताबों को छपवा कर गोदाम तक पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है। किताबों को छपवाने से पहले बोर्ड ने एससीईआरटी से नशे के खिलाफ पाठ के संबंध में पूछा था। वहां से जवाब न मिलने पर बोर्ड ने तय समय पर शैक्षणिक सत्र वर्ष 2019-20 के लिए किताबों को छापने का ऑर्डर दे दिया। अगले सत्र में लागू होगा एनसीईआरटी का सिलेबस

अगले शैक्षणिक सत्र वर्ष 2019-20 में पांचवीं कक्षा तक भी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) का सिलेबस लागू हो जाएगा। इस कारण नशे की रोकथाम के पाठ को पाठयक्रम में शामिल करने की प्रक्रिया और जटिल हो गई है। एससीईआरटी को नशे के खिलाफ पाठ तैयार कर प्रदेश सरकार को भेजना है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद ही इसे शिक्षा बोर्ड को भेजा जाएगा। बोर्ड इस पाठ को सामाजिक अध्ययन की पाठ्य पुस्तक में शामिल करने के लिए एनसीईआरटी से मंजूरी मांगेगा। एनसीईआरटी की कमेटी इस पाठ के प्रारूप की जांच पड़ताल कर निर्णय देगी।

नशे के खिलाफ पाठ को अगले शैक्षणिक सत्र से शामिल करने के लिए दिशानिर्देश नहीं मिले हैं। नशे के खिलाफ पाठ लगभग तैयार है। इसे मंजूरी के लिए प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा।

डॉ. नम्रता टिकू, पि्रंसिपल, एससीईआरटी सोलन

बोर्ड ने तय शेड्यूल के अनुसार सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक सत्र वर्ष 2019-20 के लिए किताबें छपवा दी हैं। नशे के खिलाफ पाठ अगले शैक्षणिक सत्र के पाठयक्रम में शामिल नहीं हुआ है।

हरीश गज्जू, सचिव, स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला।


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