शहर में अब स्पीडो मीटर से होंगे चालान
जागरण संवाददाता शिमला राजधानी शिमला के कोर्ट रोड और प्रतिबंधित मार्गाें पर तेज रफ्तार व
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला के कोर्ट रोड और प्रतिबंधित मार्गाें पर तेज रफ्तार वाहनों के अब स्पीडोमीटर से चालान होंगे। तेज रफ्तार चालकों पर शिकंजा कसने के लिए शिमला पुलिस ट्रायल शुरू करने जा रही है। इससे पुलिस प्रतिबंधित मार्गो पर निर्धारित रफ्तार से अधिक गति में दौड़ने वाले वाहन चालकों पर नकेल कस पाएगी। सामान्य तौर प्रतिबंधित मार्गो पर परमिट धारक वाहनों को प्रवेश दिया जाता है, लेकिन परमिट की आड़ में वाहन चालक तेज रफ्तार में वाहनों ने चलाते हैं। यहां पर पुलिस की चेकिग भी कम रहती है। इसी वजह से अब ट्रैफिक पुलिस शहर के सभी प्रतिबंधित मार्गो पर तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों के चालान काटे जाएंगे। पुलिस ट्रैफिक पुलिस सरप्राइज चेकिग करेगी। इसमें कभी भी किसी मार्ग पर चालान काटे जाएंगे। तीन स्थानों पर स्पीडो मीटर के साथ सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। वाहनों की गति से लेकर में मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वालों पर नजर रखी जाएगी।
दिल्ली व चंडीगढ़ की तर्ज पर वाहन चालक के घर पर ही चालान पहुंच जाएगा। पुलिस का मानना है कि ओवरटेक करते या फिर युवा वर्ग तेज रफ्तार से चलते हुए दुर्घटना को अंजाम देते हैं। इस पर शिकंजा कसने के लिए शिमला पुलिस ने प्लान तैयार किया है। इस ड्राफ्ट को चर्चा के बाद अंतिम मंजूरी दी जानी है। इसके बाद शहर में इसे लागू कर दिया जाएगा। यदि इसको नियंत्रित कर लिया गया तो शहर में आधे से ज्यादा दुर्घटनाओं को कम किया जा सकेगा। डीएसपी ट्रैफिक अजय भारद्वाज ने कहा कि इसको लेकर काम चल रहा है।
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सीधी सड़क आते ही बढ़ा देते हैं रफ्तार
शहर में कई स्थान ऐसे हैं जहां पर 100 से 200 मीटर सीधी सड़क आती है इन स्थानों पर चालक दूसरे वाहनों से पास लेने के लिए भरसक प्रयास करते हैं। इसी दौड़ में दुर्घटना को अंजाम देते हैं वही युवा वर्ग को शहर में इन्हीं स्थानों पर बांध उड़ने का मौका मिलता है। वह भी जोश में दुर्घटना का शिकार होते हैं इसके लिए शिमला पुलिस ने यह प्लान तैयार किया है।
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कैसे काम करता है स्पीडोमीटर
स्पीडोमीटर में एक कैमरा लगा होता है जो सामने से आने वाले वाहन की रफ्तार को कैद करता है। कैमरे के भीतर स्पीड दिखाई देती है। स्पीडोमीटर को हैंडल करने वाला पुलिस कर्मी एक क्लिक करता है तो वाहन की स्पीड रिकार्ड हो जाती है। फिर प्रिट की कंमाड दी जाती है। इसमें वाहन मालिक कोई आपत्ति दर्ज नहीं करवा सकता है। नबवहार, संजौली, कसुम्पटी, संजौली, टुटू आदि क्षेत्रों में शाम ढलते है सड़कों पर तेज रफ्तार से वाहन चलते है।