रिपन में कैंटीन शुरू करने की तैयारी
जागरण संवाददाता शिमला राजधानी शिमला के क्षेत्रीय अस्पताल रिपन में जल्द कैंटीन की सुविधा मिल
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला के क्षेत्रीय अस्पताल रिपन में जल्द कैंटीन की सुविधा मिलने वाली है। इसके लिए अस्पताल प्रशासन बैठक करेगा और कैंटीन चलाने के लिए टेंडर करेगा। कोरोना संक्रमण के चलते कैंटीन एक साल से बंद है। कैंटीन से डाक्टरों व तीमारदारों को भोजन की सुविधा मिलती थी। हालांकि कोरोना काल में अस्पताल में तीमारदारों की एंट्री नहीं थी, लेकिन डाक्टरों व अन्य स्टाफ को खासी परेशानी झेलनी पड़ी।
अब जब अस्पताल में ओपीडी शुरू हो गई हैं तो कैंटीन की कमी खलने लगी है। डाक्टरों को पहले की तरह घर पर खाना पैक करवाकर लाना पड़ रहा है। अधिक दिक्कत रात को ड्यूटी देने वाले स्टाफ को आती है जब आसपास के ढाबे बंद हो जाते हैं। वहीं तीमारदारों को भी खाना खाने बाहर जाना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए प्रशासन जल्द फैसला लेगा। रिपन में 22 जनवरी से ओपीडी और 27 जनवरी से वार्ड सहित अन्य सभी स्वास्थ्य सुविधाएं सुचारू रूप से चल रही हैं। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के लिए अलग से मैस की व्यवस्था है जहां मरीजों को तीनों समय के भोजन की व्यवस्था है। अस्पताल की कैंटीन खोलने पर विचार चल रहा है। इसके लिए स्टाफ की बैठक बुलाई जाएगी।
डा. रमेश चौहान, एमएस रिपन अस्पताल। वेलफेयर सोसायटी से मिल रही हल्की राहत
अस्पताल के विभिन्न वार्डो में दाखिल मरीजों के तीमारदारों व ओपीडी मरीजों के लिए नोफेल वेलफेयर सोसायटी ने लंगर की शुरुआत की है। इसमें जरूरतमंदों को दो समय का भोजन परोसा जाता है। इससे तीमारदारों व मरीजों को हल्की राहत मिली है। यह वेलफेयर सोसायटी जल्द ही 24 घंटे का लंगर शुरू कर सकती है। इससे अस्पताल में दाखिल मरीजों के तीमारदारों को भोजन की व्यवस्था हो जाएगी और उन पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ेगा।