कारोबारियों ने शुरू किया नो मास्क नो एंट्री, नो सर्विस अभियान
शिमला में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है और शहर के कारोब
जागरण संवाददाता, शिमला : शिमला में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है और शहर के कारोबारी कोरोना से लड़ाई में आगे आ रहे हैं। संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए शिमला के लोअर बाजार में कारोबारियों ने नो मास्क नो एंट्री, नो सर्विस अभियान शुरू किया है। कारोबारियों ने दुकानों के बाहर नो मास्क नो सर्विस के पोस्टर चिपकाए हैं। अभियान के तहत कारोबारी बिना मास्क लोगों को सामान नहीं देंगे और उन्हें मास्क पहनने के प्रति जागरूक करेंगे।
लोअर बाजार में सीटीओ चौक से शेरे पंजाब की ओर पोस्टर लगने शुरू हो गए हैं। मेडिकल स्टोर व साइबर कैफे में पोस्टर लगाए गए हैं। शिमला में कोरोना के कारण स्थिति गंभीर होती जा रही है। रोजाना सैकड़ों मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि बाजार में इन दिनों त्योहारी सीजन की अपेक्षा कम भीड़ दिख रही है लेकिन कई बार लोग बिना मास्क के आवाजाही करते नजर आते हैं। इससे संक्रमण फैल रहा है।
विभागों के सहयोग की जरूरत
कुछ दिन पहले उपायुक्त कार्यालय में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की थी। इसमें शहर के कारोबारियों को भी बुलाया गया था। उनकी सहमति से तय किया गया था कि शिमला के बाजारों में दुकानदार दुकानों के बाहर पोस्टर लगवाएंगे। इसके बाद शिमला में नो मास्क, नो एंट्री, नो सर्विस अभियान शुरू किया गया। शहरी विकास मंत्री ने कहा था कि आने वाले दिनों में सभी विभागों और कार्यालयों के सहयोग की जरूरत होगी। अभियान का उद्देश्य लोगों को बिना मास्क आने अनुमति नहीं होगी। कार्यालयों में भी बिना मास्क कोई भी सेवाएं नहीं देगा।
भीड़ एकत्रित न करने के लिए किया जाएगा जागरूक
समितियों द्वारा लोगों को धार्मिक, सामाजिक व पारिवारिक कार्यक्रमों में भीड़ एकत्रित न करने के लिए जागरूक किया जाएगा। उपायुक्त ने सभी पार्षदों को अपने वार्ड में कमेटी का गठन कर सूची कार्यालय में भेजने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन का कहना है कि शादियों व अन्य समारोहों में भीड़ कम करने की आवश्यकता है। इसके लिए जनप्रतिनिधि व व्यापार मंडल के सहयोग की जरूरत है।