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भारत बंद का हिमाचल में मिलाजुला असर रहा

कांग्रेस व माकपा कार्यकर्ताओं ने कई जगह किया चक्काजाम, जबरन बंद करवाई दुकानें, पुलिस के साथ कई जगह हुई झड़प।

By BabitaEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 08:47 AM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 08:47 AM (IST)
भारत बंद का हिमाचल में मिलाजुला असर रहा
भारत बंद का हिमाचल में मिलाजुला असर रहा

शिमला, राज्य ब्यूरो। महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के भारत बंद का हिमाचल में मिलाजुला असर रहा। कांग्रेस व माकपा कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह चक्काजाम किया और जबरदस्ती दुकानों के शटर बंद करवाए। बंद के दौरान कई स्थानों पर पुलिस के साथ झड़पें भी हुईं। चक्काजाम करने पर कांग्रेस व माकपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्रदेश में 12 से अधिक मामले दर्ज किए गए। इनमें तीन मामले शिमला के सदर थाना, बालूगंज व ठियोग में दर्ज किए गए।

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शिमला में कार्टरोड पर प्रधानमंत्री का पुतला जलाकर कांग्रेस ने विरोध जताया। सरकारी बसों को रोकने के दौरान भी पुलिस के साथ झड़प हुई। शिमला में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू व विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने मोर्चा संभाला। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता निगम की बस की तरफ बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोका।

पुलिस के साथ उनकी धक्कामुक्की भी हुई। इस दौरान हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस की रॉड को भी तोड़ दिया गया। रजनी पाटिल सहित अन्य नेताओं ने सड़क पर बैठकर चक्काजाम किया। उन्होंने पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के दाम में वृद्धि का विरोध जताया। भारत बंद के लिए प्रदेश के सभी जिलों में

कांग्रेस के बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी गई थी। हर जिला व ब्लॉक मुख्यालय पर आक्रोश रैली निकाल कर दुकानें बंद करवाई गईं। प्रदेश कांग्रेस के सहप्रभारी गुरकीरत कोटली मंडी में मौजूद रहे।

कांग्रेस के आह्वान पर व्यापारियों ने दुकानें बंद रखीं। हालांकि कुछ स्थानों पर दुकानें खुली रहीं। शिमला में विक्ट्री टनल में दुकानदारों की माकपा कार्यकर्ताओं के साथ झड़प हुई। कांग्रेस के चक्काजाम के दौरान लोगों से भी प्रदर्शकारियों की बहस हुई कि विरोध का दूसरा तरीका भी होता है जिससे परेशानी न हो। 

आंदोलन तेज करेगी कांग्रेस : पाटिल

प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि कांग्रेस आंदोलन को और तेज करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब महंगाई बढ़ने पर मौन हो गए हैं। कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बाद पेट्रोल, डीजल और एलपीजी के दाम आसमान क्यों छू रहे हैं। इन्हें जीएसटी के दायरे में लाकर आम लोगों को राहत दी जाए। केंद्र सरकार को नींद से जगाने के लिए किया भारत बंद केंद्र सरकार ने पूरे देश को महंगाई की आग में झोंक दिया है। सरकार चैन की नींद सो रही है।

पेट्रोल 80 रुपये लीटर के पार और डीजल के दाम 75 रुपये तक पहुंच गए हैं। केंद्र सरकार को नींद से जगाने के लिए भारत बंद करना पड़ा है। बंद को सफल बनाने के लिए कांग्रेस हर वर्ग का दिल से धन्यवाद करती है।सुखविंदर सुक्खू, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष

लोकसभा चुनाव में भाजपा को आईना दिखाएगी जनता : वीरभद्र

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह आंदोलन में शामिल नहीं हुए। हालांकि उन्होंने यहां जारी बयान में कहा कि भारत बंद के लिए केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार है। महंगाई न बढ़ती तो लोगों को सड़कों पर क्यों उतरना पड़ता। भारत बंद पूरी तरह सफल रहा है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को देश की जनता आईना दिखाएगी। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये के लगातार गिरने से देश की अर्थव्यवस्था अस्त-व्यस्त हो रही है मगर केंद्र सरकार आंखें मूंदकर बैठी है।

’ शिमला में प्रधानमंत्री का पुतला फूंका, रजनी पाटिल व कांग्रेस नेता सड़क पर बैठे

’ पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के दाम में वृद्धि का विरोध जताया

’ रजनी पाटिल, मुकेश व सुक्खू की पुलिस के साथ हुई धक्कामुक्की

’ चक्काजाम करने पर कांग्रेस व माकपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ 12 से अधिक मामले दर्ज 

’ कांग्रेस ने हर जिला व ब्लॉक मुख्यालय पर आक्रोश रैली निकाल कर दुकानें बंद करवाईं।

’ मंडी की इंदिरा मार्केट में कांग्रेस पदाधिकारियों ने कुछ दुकानों को जबरन बंद करवाया। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष  दीपक शर्मा की दुकानदारों से गहमागहमी हुई।

’ कांगड़ा जिला के धर्मशाला में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक पवन काजल के नेतृत्व में रैली निकाली।

धर्मशाला में सोमवार सुबह तीन घंटे तक दुकानें बंद रहीं।

’ कुल्लू जिला में कुछ दुकानें दोपहर 12 बजे तक बंद रहीं।

’ बिलासपुर जिला में भारत बंद का मिलाजुला असर रहा।

’ चंबा, ऊना व सोलन जिला में भारत बंद का असर नहीं दिखा। सभी दुकानें रोजमर्रा की तरह खुली


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