निगम के पांच वार्डो में मतदाता सूची बनाने के काम पर रोक
राज्य निर्वाचन आयोग ने पांच वार्डो में मतदाता सूचियों के काम पर यथास्थिति बनाए रखने के आदेश जारी किए हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला : राज्य निर्वाचन आयोग ने पांच वार्डो में मतदाता सूचियों के काम पर यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त अनिल कुमार खाची ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए नगर निगम शिमला के पांच वार्डो में मतदाता सूचियों के कार्यक्रम पर आगामी आदेश तक यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए हैं।
राज्य चुनाव आयोग ने पांच वार्डो छह समरहिल, नौ बालूगंज, 11 टूटीकंडी, 12 नाभा और 13 फागली की मतदाता सूचियों को बनाने के काम को फिलहाल रोक दिया है। प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा इन पांचों वार्डो के परिसीमन पर स्थगन संबंधी आदेश के बाद अब राज्य निर्वाचन आयोग ने उपरोक्त वार्डो में मतदाता सूचियां बनाने के कार्य को स्थगित करने संबंधी अधिसूचना जारी कर दी है। राज्य चुनाव आयोग ने इन वार्डो से प्राप्त सभी दावों, आपत्तियों एवं शुद्धियों को आगामी आदेश तक मतदाता पंजीकरण अधिकारी के पास सुरक्षित रखने के भी निर्देश जारी किए हैं। वार्डो की संख्या बढ़ी तो वोटर क्यों हुए कम : चौधरी
जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम शिमला के वार्डो के पुनर्सीमांकन को लेकर कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। जिला कांग्रेस कमेटी (शिमला शहरी) के अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी ने कहा कि चुनाव से पहले वार्डो का पुनर्सीमांकन किया गया है। नगर निगम के वार्डो की संख्या 34 से बढ़ाकर 41 की गई है। उन्होंने कहा कि यह हैरानी वाली बात है कि वार्डो की संख्या तो बढ़ा दी गई है, लेकिन वोटरों की संख्या कम हो गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में नगर निगम के चुनाव में एक लाख चार हजार वोटर थे। 2022 के चुनाव की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में केवल 83 हजार वोटर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि वार्डो की संख्या बढ़ गई है और वोटरों की कम हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने अपनी सुविधा के अनुसार यह किया है। एक ही बूथ के वोटरों को दो वार्डो में शिफ्ट कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुनर्सीमांकन व वोटर लिस्ट से लेकर अन्य तरह की चुनावी प्रक्रिया में जानबूझ कर त्रुटियां की गई हैं, ताकि लोग इसका विरोध करें और कोर्ट जाएं। लोग परेशान, सर्टिफिकेट लेने के लिए कतार में बीत रहा दिन
जितेंद्र चौधरी ने आरोप लगाया कि सरकार की कार्यप्रणाली का खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है। नगर निगम का कार्यकाल पूरा हो चुका है। पार्षदों की शक्तियां खत्म हो गई हैं। लोगों को अपने काम के लिए भी वार्डो के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। चरित्र प्रमाण पत्र, बोनोफाइड सत्यापन, पेंशनरों के दस्तावेज के सत्यापन सहित अन्य कार्यो को करवाने के लिए लोगों को कतार में पूरा दिन परेशान होना पड़ रहा है। बुजुर्ग लोगों को दिनभर कतार में खड़ा होना मुश्किल हो रहा है। कांग्रेस चुनाव के लिए तैयार
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी ने कहा कि कांग्रेस चुनाव के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने नगर निगम चुनाव के लिए घोषणा पत्र तैयार कर लिया है। वार्डो में जाकर वोटर लिस्ट का सत्यापन किया जा रहा है। हजारों लोगों के नाम ही वोटर लिस्ट से गायब हैं। लोग जो बचपन से शिमला में रहे और यहीं वोट देते थे उनका नाम ही अब वोटर लिस्ट में नहीं है। सरकार लोगों को उनके वोट देने के अधिकार से वंचित करने की कोशिश कर रही है।