पटरी पर नहीं लौटी जिंदगी
प्रदेशभर में बर्फबारी के बाद मौसम खुलने के बावजूद लोगों को राहत नहीं मिली है। चार दिन बीतने पर भी जनजीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है।
शिमला : प्रदेशभर में बर्फबारी के बाद मौसम खुलने के बावजूद लोगों को राहत नहीं मिली है। चार दिन बीतने पर भी जनजीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है। मौसम साफ होने के कारण सड़कों व आसपास जमे कोहरे ने लोगों को घरों में कैद होने के लिए मजबूर कर दिया है।
राज्यभर में अभी तक कई सड़कें बंद है। लोक निर्माण विभाग का दावा है क िसभी नेशनल हाईवे खोल दिए हैं। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पीडब्ल्यूडी ने बर्फबारी हटाने के लिए फील्ड में मशीनरी की संख्या बढ़ा दी है। अब 232 मशीनें सड़कें खोलने के लिए लगाई गई हैं और इनमें 184 जेसीबी, 25 डोजर, 13 फ्रंट एनलोडरों व 10 रोबोट के अलावा बड़ी संख्या में श्रमशक्ति को तैनात किया है। मार्गों के बहाल न होने से सैकड़ों पर्यटक फंसे हुए हैं। एचआरटीसी को बसें बंद होने से तीन करोड़ 25 लाख रुपये की चपत लगी है। वहीं, एचआरटीसी प्रबंधन ने चालकों को बर्फबारी वाले क्षेत्रों में अपने रिस्क पर गाडिय़ां न चलाने के निर्देश दिए हैं।
कुल्लू व चंबा जिलों में लोकल रूट पर तो एचआरटीसी की गाडिय़ां जा रही हैं जबकि लांग रूट पूरी तरह से ठप पड़े हैं। रिकांगपिओ की ओर जाने वाली गाडिय़ां वाया धामी बसंतपुर होकर जा रही हैं। राजधानी समेत कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। सोमवार को पर्यटकों ने खिली धूप में होटलों से बाहर निकलकर बर्फ का आनंद लिया और खूब मस्ती की। उधर, शिमला सहित ऊपरी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। विद्युत विभाग के कर्मचारी जगह-जगह पेड़ों के गिरने से टूटी तारों को ठीक करने में जुटे हैं। शिमला में मंगलवार दोपहर भी बिजली की मुख्य लाइनें दुरुस्त नहीं हो सकी थीं। विद्युत विभाग की मानें तो प्रदेश के सभी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने में तीन से चार दिन का समय लग सकता है। चंबा जिले में 100 विद्युत ट्रांसफॉर्मर बंद पड़े हैं, जिससे 80 गांवों में अंधेरा पसरा है। कुल्लू जिले के आनी में 38 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं।
आज फिर बारिश व बर्फबारी की संभावना
प्रदेश में पटरी से उतरा जनजीवन अभी सामान्य नहीं हो पाया है। ऊपरी क्षेत्रों में हिमपात जारी है और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम का रुख कड़ा बना हुआ है। मौसम विभाग की मानें तो मंगलवार को भी मौसम के तेवर कड़े रहेंगे और हल्की बर्फबारी व बारिश की संभावना है, जबकि बुधवार को मौसम साफ रहेगा। हालांकि साफ मौसम का सिलसिला चार दिन तक ही प्रदेश में रहेगा और 14 जनवरी को राज्य में पश्चिमी हवाएं सक्रिय होंगी और बारिश व बर्फबारी का सिलसिला शुरू होगा। जनजातीय क्षेत्र किन्नौर में जनजीवन अस्त-व्यस्त है और पेयजल स्रोत जम गए हैं। जिला शिमला में भी सड़कें अवरुद्ध हैं और बिजली-पानी की व्यवस्था भी बहाल नहीं हो सकी है।