राष्ट्र निर्माण में उम्र नहीं बना बाधा
जागरण संवाददाता शिमला पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में भी बुजुर्ग मतदाताओं ने उम्र की बाधा
जागरण संवाददाता, शिमला : पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में भी बुजुर्ग मतदाताओं ने उम्र की बाधा को तोड़ मतदान किया। गांव को चलाने के लिए युवा जोश के साथ होश की जरूरत भी रहती है। इसका आभास करवाने के लिए बुजुर्ग मतदाता काफी संख्या में पोलिग बूथों पर पहुंच रहे थे। कुछ तो खुद से चल पाने में सक्षम नहीं थे। ऐसे बुजुर्ग मतदाता अपनों के सहारे बूथों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे थे। वहीं मतदान केंद्रों पर दिव्यांग मतदाता भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए पहुंचे। विकास को तरजीह दी
जिला शिमला की चौड़ी पंचायत की 80 साल की गोमती देवी मतदान केंद्र में पहुंची थीं। उन्होंने अपनी बहू के साथ मतदान किया। उन्होंने कहा कि वर्षो से मतदान कर रही हूं। पंचायत चुनाव गांव के विकास का एक माध्यम है। विकास को तरजीह दी है, गांव को जो नशामुक्त करेगा, उसको वोट दूंगी। ये ही सोचा था और किया भी। इस मौके को नहीं गंवाना चाहिए
78 साल की बसंती देवी का कहना है कि मतदान हमारा अधिकार है। सरकार चुनने का मौका मतदान से मिलता है, जो मतदान नहीं करते उन लोगों को बाद में कोसने का भी कोई अधिकार नहीं है। सभी प्रत्याशियों के बारे में परख के बाद ही मतदान किया। सभी को करना चाहिए मतदान
हुक्मी राम का कहना है कि हमें लोकतंत्र में पंचायत से लेकर संसद तक अपना प्रतिनिधि चुनने का अधिकार है। अगर प्रत्याशी ठीक से कार्य न करें तो हम वोट के अधिकार का उपयोग करते हुए उसे बदल भी सकते हैं। इस अधिकार का सभी को इस्तेमाल करना चाहिए। सशक्त व्यक्ति ही करवा सकता है विकास
बैसाखी लेकर मतदान के लिए पहुंचे चिखड़ पंचायत के जोगिद्र ने कहा कि गांव की समस्याओं का समाधान तभी हो सकता है, अगर गांव में एक मजबूत व सशक्त व्यक्ति जीतकर आए। यह तभी हो पाएगा जब गांव का हर वोटर मतदान केंद्र पहुंचे। हर बात करता हूं मतदान
हीरू राम का कहना है कि हर बार मतदान करता हूं। यह आवश्यक भी है। आज तक हर बार खुद चलकर मतदान करने के लिए पहुंचा हूं। इस बार भी सशक्त पंचायत बनाने के लिए वोट करने के लिए पहुंचा हूं।