रिज के बाद अब कालीबाड़ी और डीसी ऑफिस पार्किग में दरारें
रिज मैदान पर पड़ी दरारों को भरने के लिए अभी तक प्रयास ही हो रहे हैं वहीं अब उपायुक्त कार्यालय की पार्किंग व कालीबाड़ी में भी दरारें पड़ने लगी हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला : रिज मैदान पर पड़ी दरारों को भरने के लिए अभी तक प्रयास ही हो रहे हैं, उधर अब दरारें डीसी ऑफिस की पार्किग और कालीबाड़ी से स्टेट बैंक वाली सड़क पर भी डराने लगी हैं। कालीबाड़ी मंदिर से ठीक नीचे एसबीआइ और आर्मी ट्रेनिग कमांड के बीच की सड़क पर दरारें काफी गहरी हो चुकी हैं। यहां पर सड़क का एक हिस्सा धंसने लग पड़ा है। जबकि दूसरी तरफ उपायुक्त कार्यालय के सामने बनी पार्किग में भी दरारें पड़ गई हैं।
बरसात के दिनों में यह दरारें खतरा बन सकती हैं। यदि प्रशासन ने समय रहते इन दरारों को भरने का कार्य नहीं किया तो यह खतरनाक साबित हो सकती हैं। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन इन दरारों को ऐसे ही अनदेखा करता रहा तो रिज की तरह ये क्षेत्र भी धंस कर क्षतिग्रस्त न हो जाए। जानकारों की मानें तो इन दरारों को भरने के लिए लीपापोथी के बजाय गंभीरता से कार्य करना होगा। रिज को बचाने के लिए अभी बन रहा प्लान
बरसात शुरू हो चुकी है, लेकिन धंसते रिज मैदान को बचाने के लिए अभी तक मरम्मत कार्य शुरू नहीं हो पाया है। आइआइटी रुड़की ने जो अपनी रिपोर्ट दी है उसके आधार पर लोक निर्माण विभाग ने प्लान तैयार किया है। इस प्लान को दोबारा आइआइटी रुड़की को भेजा जाएगा। इसके बाद रिटेनिग वॉल लगाने का कार्य शुरू होगा। बरसात के दिनों में रिज पर पानी रिसने से यहां पर खतरा बढ़ सकता है। आइआइटी रुड़की की टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रिटेनिग वॉल लगाने के साथ पानी की निकासी का भी पूरा इंतजाम करना होगा। यदि पानी रिसता रहा तो यह ज्यादा खतरा पैदा कर सकता है। विभागों से मांगी है रिपोर्ट : उपायुक्त
रिज मैदान के अलावा शहर के कुछ अन्य क्षेत्रों में दरारें पड़ी हैं। बरसात से पहले इन दरारों को भरने और मरम्मत कार्यो को लेकर संबंधित विभागों से रिपोर्ट मांगी गई है। शहर के कई क्षेत्र नगर निगम में आते हैं और कुछ पर मरम्मत कार्य लोक निर्माण विभाग करता है। दोनों से इस बारे में रिपोर्ट मांगी गई है। बरसात में ये दरारें खतरा न बनें, इसके लिए जल्द ही इनकी मुरम्मत का कार्य करवाया जाएगा।
अमित कश्यप, उपायुक्त शिमला।