सरकारी स्कूलों के बच्चों को लक्ष्य बताएगा प्रशासन
जागरण संवाददाता शिमला जिले के सरकारी स्कूलों के बच्चे अब यह जान पाएंगे कि आइएएस आइपीए
जागरण संवाददाता, शिमला : जिले के सरकारी स्कूलों के बच्चे अब यह जान पाएंगे कि आइएएस, आइपीएस या राज्य प्रशासनिक सेवाओं में नौकरी हासिल करने के लिए कैसे पढ़ाई करनी पड़ती है। क्लर्क से लेकर बैंकिग में जाने के लिए क्या पढ़ाई करना अनिवार्य है। किस तरह से तैयारी करें यह भी बच्चों को बताया जाएगा।
उपायुक्त आदित्य नेगी ने जिले में स्कूलों के लिए सहयोग कार्यक्रम को तैयार किया है। इसके तहत जिला प्रशासन के आला अधिकारी स्कूली बच्चों को जाकर बताएंगे कि करियर कैसे बनाया जाता है। इसमें पहले बच्चों को अधिकारी की ओर से प्रस्तुति दी जाएगी। इसके बाद में एक घंटे तक बच्चे अपने सवालों के जवाब ले सकेंगे। इसकी पहल उपायुक्त आदित्य नेगी ने खुद रामपुर के स्कूल से की है। आने वाले समय में जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों से लेकर अन्य विभागों के आला अधिकारियों की ड्यूटी स्कूलों में जाने के लिए लगेगी। बच्चों को नहीं मिल पाती सही दिशा
प्रशासन का मानना है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को दिशा की कमी होती है। अगर बच्चों को समय पर दिशा मिल जाए तो बच्चे उसके मुताबिक तैयारी करके अपना बेहतर करियर बना सकते हैं। इससे उन्हें अपना लक्ष्य चुनने में भी आसानी हो सकेगी। कई बच्चे आज भी सही तरह से मार्गदर्शन न मिलने के कारण अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं। ऐसे में उन्हें उम्र भर पछतावा रहता है। इंजीनियर बनने के लिए रास्ता दिखाएंगे दूसरे विभागों के अधिकारी
जिले में लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग से लेकर बिजली बोर्ड सहित जितने भी विभागों के अधिकारी हैं, जो इंजीयरिग करके आए हैं उन्हें भी आने वाले समय में स्कूलों में बच्चों को इंजीनियर बनने का रास्ता दिखाने के लिए भेजा जा सकता है। इसी तरह से अन्य विभागों के अधिकारियों को भी स्कूल में जाने के निर्देश हो सकते हैं। सरकारी स्कूलों में बच्चों को एक्सपोजर से लेकर जानकारी का अभाव रहता है। इसलिए इन्हें अपडेट करने से लेकर रोजगार से जुड़ी शंकाओं को दूर करने के लिए यह मुहिम शुरू की है। हर छात्र बड़ा बनना चाहता है, इसकी काबलियत भी होती है, महज रास्ता दिखाने की जरूरत होती है। बच्चों का प्रशासन सहयोग करेगा
आदित्य नेगी, उपायुक्त शिमला।