पुलिस की कंडम गाड़ी की ब्रेक हुई फेल, एसएचओ घायल
SHO Injured in accident at shimla पुलिस की कंडम गाड़ी की ब्रेक फेल हो गई इस हादसे में एसएचओ घायल हो गया।
शिमला, जागरण संवाददाता। प्रदेश सरकार के पास मंत्रियों, अध्यक्षों और अधिकारियों को नई गाड़ियां देने का बजट है, लेकिन फील्ड स्टाफ या तो बसों में धक्के खा रहा है या फिर कंडम गाड़ियों में जान हथेली पर रख कर सफर कर रहा है। ऐसा ही मामला शिमला शहर में सामने आया। शिमला पुलिस की कंडम गाड़ी की ब्रेक फेल होने से हादसा हो गया। पुलिस को सूचना मिली थी कि लालपानी के पास किसी अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है।
सदर थाना के एसएचओ संदीप चौधरी दो कांस्टेबल नरेश और कमलजीत के साथ मौके लिए थाने की गाड़ी में निकल पड़े। लेकिन जैसे ही वाल्मीकि मंदिर के समीप गाड़ी पहुंची तो ब्रेक फेल हो गई। उतराई होने के कारण गाड़ी तीव्र गति से जा रही थी। चालक ने सूझबूझ से काम लेते हुए दीवार से गाड़ी मार दी। इस दौरान गाड़ी में मौजूद तीनों पुलिस कर्मियों को चोटें आई हैं। स्थानीय लोगों ने तुरंत तीनों को रिपन अस्पताल पहुंचाया। अगर चालक दीवार से गाड़ी को न मारता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
इस पूरे घटनाक्रम में शिमला पुलिस की लापरवाही की पोल खुल गई है। थानों में पुलिस कर्मियों को कैसे सुविधाएं दी जा रही हैं। इसी का अंदाजा इस घटना से आसानी से लगाया जा सकता है। कमेटी ने कर दिया था कंडम फरवरी में शिमला पुलिस की एक कमेटी ने सदर थाने की गाड़ी को कंडम घोषित करने की सिफारिश की थी। गाड़ी 2005 का मॉडल है और दो लाख से अधिक किलोमीटर चल चुकी है। इसके बाद ही गाड़ी का इस्तेमाल किया जा रहा था। ऐसे कई वाहन पुलिस के पास थानों में इस्तेमाल हो रहे हैं, जोकि कंडम हो चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक अभी एक सेकेंड हैंड गाड़ी शिमला पुलिस को दी गई है। वहीं एक गाड़ी पीआर में मंजूर हुई थी, लेकिन शुरू में मुख्यालय इस गाड़ी पर कुंडली मार कर बैठ गया था। मगर बाद में शिमला जिला पुलिस को नया वाहन देना पड़ा।
ब्रेक फेल होने के कारण थाने की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। एसएचओ समेत तीन पुलिस कर्मियों को चोटें लगी हैं। तीनों की सेहत फिलहाल ठीक है। -ओमापति जम्वाल, पुलिस अधीक्षक शिमला।