708 पेयजल योजनाएं सूखे जैसी स्थिति से प्रभावित
हिमाचल प्रदेश में 708 पेयजल योजनाएं सूखे जैसी स्थिति से प्रभावित हुई हैं।
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश में 708 पेयजल योजनाएं सूखे जैसी स्थिति से प्रभावित हुई हैं। अभी गर्मी ने पूरी तरह दस्तक भी नहीं दी है कि योजनाएं हांफने लगी हैं। इस कारण लोगों को पेयजल किल्लत से जूझना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा योजनाएं शिमला जोन में प्रभावित हुई हैं। आधे से ज्यादा योजनाएं अकेले इसी जोन की हैं।
शिमला जोन में 419 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। मंडी की 212 योजनाओं में पानी कम हुआ है। प्रदेश में 33 योजनाएं ऐसी हैं जहां 20 फीसद ही पानी की आपूर्ति हो पा रही है। 80 फीसद योजनाएं सूखे जैसी स्थिति की मार झेल रही हैं। हैंडपंप हो सकेंगे स्थापित
हिमाचल में इस बार हैंडपंप स्थापित हो सकेंगे। पिछले दो वर्ष से सरकार इन्हें प्रोत्साहित नहीं कर रही थी। इसकी वजह यह थी कि हैंडपंपों के कारण भू-जलस्तर पर विपरीत असर हो रहा था। इस बार संकट को देखते हुए सरकार ने तय किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में हैंडपंप लगाए जाएंगे लेकिन ये वे इलाके होंगे, जहां पेयजल का ज्यादा संकट होगा। सूखे जैसी स्थिति के मद्देनजर पेयजल स्त्रोतों को इंटरलिक किया जा रहा है। जिन स्त्रोतों में ज्यादा पानी है, वहां से कनेक्शन जोड़ा जा रहा है ताकि लोगों को दिक्कत का सामना न करना पड़े। विधानसभा में उठा था मामला
पेयजल का मामला विधानसभा में बीते बजट सत्र में प्रमुखता से उठा था। तब जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा था कि इस बार गर्मी के मौसम में पेयजल संकट से जूझना पड़ सकता है क्योंकि सर्दी में पर्याप्त हिमपात व बारिश नहीं हुई। बरसात में कम बारिश हुई। मानसून के बाद भी बारिश काफी कम हुई है। पेयजल योजनाएं प्रभावित
जोन,योजनाएं
शिमला,419
मंडी,212
धर्मशाला,59
हमीरपुर,18
कुल-708 प्रभावित पेयजल योजनाएं
0 से 25 फीसद,419
25 से 50 फीसद,196
50 से 75 फीसद,60
75 फीसद से ऊपर,33