किन्नौर में बर्फबारी से 40 संपर्क मार्ग बाधित
जनजातीय जिला किन्नौर में बर्फबारी के चलते पांचवें दिन भी जनजीवन अस्त व्यस्त रहा।
समर नेगी, रिकांगपिओ
जनजातीय जिला किन्नौर में बर्फबारी के चलते पांचवें दिन भी जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। शीतलहर के चलते समूचा क्षेत्र ठंड की चपेट में आ गया है। जिस कारण पानी, नाले, झरने, सड़कें जम गए हैं। ऐसे में जिले के लोगों की दिक्कतें काफी बढ़ गई हैं। कंपकपाती ठंड के कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया, वहीं तेज हवाओं के चलने से कुछेक स्थानों पर ग्लेश्यिर भी गिरने लगे हैं। कई स्थानों पर मलबा, पत्थर गिरने से सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं।
जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार निचार ब्लॉक में 45.72 सेंटीमीटर, रकछम में 65.96, पूह व मूरंग में 30.48, सांगला व कल्पा में 60.96 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है। जिले के 40 ग्रामीण संपर्क सड़क मार्ग बंद पड़े हैं। वहीं टिकू नाला, भगत, काशंग, खोंटा नाला पांगी, टोंग ठोंगचे नाला सांगला व पायला नाला जंगी में ग्लेशियर आने की संभावना बनी हुई है। बर्फबारी के कारण रिकांगपिओ में 48, सांगला में 60, निचार में 47 व पूह में 74 डीटीआर खराब होने से अभी भी बिजली की आपूर्ति बाधित है।
रिकांगपिओ से हमीरपुर, रिकांगपिओ-हरिद्वार, चंडीगढ़, काजा, ठंगी से धर्मशाला, और मूरंग से हरिद्वार कल्पा से दिल्ली रिकांगपिओ से समदु, ताबो-रामपुर आदि सभी रूटों पर रिकांगपिओ से बसें जा रही हैं। सहायक आयुक्त हर्ष अमरेंद्र सिंह नेगी ने सभी विभागों को समय रहते कार्यो को अंजाम देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लोगों से भी एहतियात बरतने की अपील की है। बर्फबारी से विभागों को हुआ नुकसान
सहायक आयुक्त किन्नौर हर्ष अमरेंद्र सिंह नेगी के अनुसार बर्फबारी से आइपीएच विभाग को 135.80 लाख रुपये, एपीडब्ल्यूडी विभाग को 70 लाख, बिजली विभाग को 60 लाख का नुकसान हुआ है। राजस्व विभाग के मुताबिक उप तहसील टापरी के चगांव और उरनी गांव में छह मकान व चार गौशालाओं को नुकसान हुआ है। इसमें 56 लाख रुपये व सरकारी संपत्ति का 22 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।