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हिमाचल में बैंक हड़ताल से 300 करोड़ रुपये का नुकसान

हिमाचल प्रदेश में बैंकों की हड़ताल के कारण करीब 300 करोड़ रुपये के कारोबार का नुकसान हुआ। प्रदेश के अधिकांश बैंकों में कामकाज नहीं हुआ। जिसके कारण पैसों का लेनदेन प्रभावित रहा। शिमला शहर सहित राज्य के कई हिस्सों में एटीएम भी खाली थे। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का विलय किए जाने के विरोध में एक दिन की हड़ताल से व्यवसाय प्रभावित हुआ। दीवाली त्योहारी सीजन के चलते बैंक बंद होने के कारण लोग पैसा नहीं निकाल पाए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 07:56 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 07:56 PM (IST)
हिमाचल में बैंक हड़ताल से
300 करोड़ रुपये का नुकसान
हिमाचल में बैंक हड़ताल से 300 करोड़ रुपये का नुकसान

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल के अधिकांश बैंकों में मंगलवार को हड़ताल रही। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का विलय किए जाने के विरोध में एक दिन की हड़ताल से कामकाज प्रभावित हुआ। हिमाचल में बैंक हड़ताल से करीब 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। हड़ताल के कारण पैसों का लेन-देन प्रभावित हुआ। शिमला शहर सहित राज्य के कई हिस्सों में एटीएम खाली थे।

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त्योहारी सीजन पर बैंक बंद होने के कारण लोग पैसे नहीं निकाल पाए। राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति के समन्वयक जेएन कश्यप ने कहा कि प्रदेश के अधिकांश राष्ट्रीकृत बैंकों की शाखाओं में लेन-देन नहीं हुआ। प्रदेश में यूको, पीएनबी व एसबीआइ की 2100 शाखाएं हैं। इनमें से केवल 20 फीसद बैंक शाखाएं खुली थीं। वहीं, राज्य बैंकर्स कर्मचारी संघ के महासचिव प्रेम वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार की कर्मचारी व ग्राहक विरोधी नीतियों को लेकर हड़ताल की गई थी। केंद्र सरकार से मांग की गई है कि बैंकों का विलय रोका जाए। बैंकिग सुधारों के नाम पर आम आदमी पर कई तरह के बोझ लादे जा रहे हैं। कई कारणों से कर्ज का भुगतान नहीं कर पाने वालों को प्रताड़ित करना बंद होना चाहिए। कर्ज का भुगतान रुकने पर दंडात्मक शुल्क बंद हो।


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