अब नाश्ते में निकली मधुमक्खियां, इस नामी संस्थान के खाने में कीड़े निकलने का नहीं थम रहा सिलसिला
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) मंडी में प्रशिक्षुओं के लिए तैयार नाश्ते में मधुमक्खियां निकली हैं जिससे प्रशिक्षुओं में आक्रोश है।
मंडी, जेएनएन। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) मंडी के मैस में खाने में कीड़े निकले का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रशिक्षुओं को नाश्ते में परोसी गई कचौरी, चाउमिन व भटुरे में मधुमक्खियां निकली हैं। इससे प्रशिक्षुओं में आक्रोश है। शिकायत के बाद भी मैस के हालात नहीं सुधर रहे हैं। कुछ दिन पहले खाने में लोहे की तार व मक्खी निकली थी।
आइआइटी प्रबंधन ने यहां मैस आउटसोर्स कर रखी है। मैस में खाने की गुणवत्ता पर नजर रखने के लिए एक कमेटी भी गठित की गई है। मैस में शिकायत रजिस्टर भी लगाया गया है। ऑनलाइन भी एक पेज बना रखा है। प्रशिक्षु अपनी शिकायत ऑनलाइन भी दर्ज करवा सकते हैं। मगर शिकायत दर्ज करवाने के बाद भी आइआइटी प्रबंधन व मैस संचालकों के कान पर कोई जूं तक नहीं रेंग रही है। प्रबंधन मैस संचालकों पर कार्रवाई करने के बजाय उल्टा शिकायतकर्ताओं को धमकाने पर उतर गया है। ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर की एवज में प्रशिक्षुओं से हर माह हजारों रुपये लिए जाते हैं। खाने की गुणवत्ता में लगातार शिकायतों से संस्थान की छवि पर भी असर पड़ रहा है।
आइआइटी मंडी के निदेशक प्रो. टिमोथी ए गोंजाल्विस का कहना है कि प्रशिक्षुओं की शिकायत मिली है। मैस कमेटी को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है। खाने की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा।
आइआइटी मंडी की कढ़ी में तार और सब्जी में मिले कीड़े
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) मंडी में प्रशिक्षुओं को खाने में तार व सब्जी में कीड़े परोसे जा रहे हैं। प्रशिक्षुओं ने मेस की लचर व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। प्रशिक्षुओं ने खाने में कीड़े निकलने का वीडियो संस्थान के नोटिस बोर्ड पेज पर शेयर किया है। जिस प्रशिक्षु के खाने की प्लेट में कीड़ा निकला था उसने पेज पर शेयर करते हुए लिखा है - आइआइटी मंडी मैन वर्सेज वाइल्ड स्पेशल डिनर।
संस्थान में देश-विदेश से करीब 2000 से अधिक विद्यार्थी प्रशिक्षण हासिल कर रहे हैं। अधिकांश छात्रावास में रहते हैं। ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर के लिए यहां मेस की व्यवस्था है। मेस आउटसोर्स पर है। आइआइटी मंडी नोटिस बोर्ड आइआइटी से जुड़े हुए लोगों का एक ग्रुप है। इसके अंदर प्रशिक्षु अपनी समस्या बता सकते हैं। खाने की गुणवत्ता पर नजर रखने के लिए एक कमेटी बनाई गई है। कमेटी भी प्रशिक्षुओं की इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। इससे प्रशिक्षुओं में आक्रोश पनप रहा है। खाने की सुविधा उपलब्ध करवाने की एवज में प्रशिक्षुओं से 100 रुपये प्रतिदिन लिए जाते हैं। गत वर्ष चावल कढ़ी में तीन इंच की लोहे की तारें निकली थी नोटिस बोर्ड पेज पर किसने क्या कहा-नयन खरकर लिखते हैं। मेरा दोस्त सदमे में है। 19 साल की मेहनत पर पानी फिर गया।
-महेश गुप्ता ने कहा कई बार फीडबैक देने के बाद भी आइआइटी प्रबंधन समस्याओं पर कोई गौर नहीं करता है।
-उज्ज्वल सोनी ने बेयर ग्रिल्स का फोटो शेयर किया है।
-राहुल शर्मा का कहना है कीड़ेयुक्त खाना कैसे खा सकते हैं।
-सुनील डांगी लिखते हैं मोदी व बेयर ग्रिल्स को न्योता दो
आइआइटी मंडी निदेशक प्रो.टिमोथी ए गोंजाल्विस खाने में कीड़े निकलने की शिकायत मिली है। जांच के आदेश दिए गए हैं। खाने की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा।
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