शिकारी देवी, कमरुनाग व परारशर में उमड़े पर्यटक
जागरण टीम मंडी/थुनाग मैदानी इलाकों में चिलचिलाती गर्मी से निजात पाने के लिए लोग पहाड़ों क
जागरण टीम, मंडी/थुनाग : मैदानी इलाकों में चिलचिलाती गर्मी से निजात पाने के लिए लोग पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। मंडी के शिकारी देवी, देव कमरुनाग और ऋषि पराशर में तीन दिन में 10 हजार से अधिक लोग पहुंचे हैं। इनमें हिमाचल समेत अन्य राज्यों के पर्यटक भी शामिल हैं।
शिकारी देवी और देव कमरुनाग दोनों ही मंडी जिले के प्रमुख देवी-देवता हैं। 11 और 10 हजार फीट की ऊंचाई पर इन दोनों धार्मिक पर्यटन स्थलों में मौसम ठंडा है। इसी तरह सात से आठ हजार फीट पर ऋषि पराशर का मंदिर है। यहां रोजाना प्रदेश व अन्य राज्यों से भी पर्यटक पहुंच रहे हैं। अपने साथ खाना बनाने का सामान लाकर जंगल में की टेंट लगाकर पिकनिक मना रहे हैं। शिकारी देवी माता मंदिर में रविवार व सोमवार को भी श्रद्धालु की भीड़ रही। कमरुनाग देवता के दर पर भी लोग जंगल में ठंडी हवाओं के बीच गर्मी से निजात पा रहे हैं। यहां भी रोजाना 300 से 400 वाहन पहुंच रहे हैं। यहां पर मंदिर से कुछ दूरी पर ही पार्किंग की व्यवस्था भी है।
शाला पंचायत के उप प्रधान राजकुमार ने बताया कि कमरुनाग के लिए रोजाना 300 के करीब वाहन जा रहे हैं। वहां पर पार्किंग की व्यवस्था है। लोगों से क्षेत्र मे गंदगी न फैलाने का आग्रह किया है। साथ ही जगह-जगह डस्टबिन लगाए गए हैं। वहीं ऋषि पराशर के मंदिर में भी रोजाना इतनी ही गाड़ियां आ रही हैं। यहां मंदिर की सराय में भी लोग रात गुजार रहे हैं। गर्मी से निजात पाने के लिए लोग आजकल माता शिकारी देवी, देव कमरुनाग व ऋषि पराशर आ रहे हैं। सभी से आग्रह किया गया है कि इन क्षेत्रों में गंदगी न फैलाएं तथा सुरक्षा का भी प्रबंध किया गया है।
-अरिदम चौधरी, उपायुक्त मंडी। गुलजार हुई देवीदड़ की वादियां
सहयोगी, गोहर : गोहर के उभरते हुए पर्यटन स्थलों कमरुनाग और शिकारी देवी में तीन दिन के अवकाश में पर्यटकों का हुजूम उमड़ पड़ा। इसके साथ-साथ पर्यटक अब गोहर के देवीदड़, शकरैणी पार्क, मनरेगा पार्क मुरहाग, शिवधाम चौमोनी, छोई वाटर फाल, शैटाधार पहुंच रहे हैं। सप्ताहांत होने के कारण शनिवार, रविवार व सोमवार को भी पर्यटकों की आवाजाही ज्यादा रही। सबसे अधिक पर्यटक देवीदड़ होते हुए शिकारी देवी के दर्शन के लिए जा रहे हैं। इस दौरान देवीदड़ में ठहराव कर थकान मिटाकर अगले पड़ाव की ओर निकलते रहे। पर्यटकों ने सड़कों सहित मंदिरों, शेल्फी प्वाइंट, मनरेगा पार्कों से लेकर पहाड़ों पर पर्यटकों ने मनोरम दृश्यों को भी कैमरे में कैद किया।
देवीदड़ पार्क में भी मां मुंडासन महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा पर्चियां काटने का कार्य किया जा रहा है व पार्क की साफ सफाई व्यवस्था के लिए एक वयस्क व्यक्ति से 10 रुपये की प्रवेश पर्ची काटी जा रही है। पार्क जहल पंचायत के द्वारा मनरेगा से निर्मित किया गया है तथा पंचायत ही इसकी देखरेख करती है। पार्क में बोटिग की सुविधा भी है। एक माह में ग्राम पंचायत को 50 हजार रुपये तक आय हो चुकी है। पंचायत के उपप्रधान ओमप्रकाश ने बताया कि तीन दिन के अवकाश होने पर देवीदड़ में भारी संख्या में पर्यटक आए। मनरेगा पार्क सहित देवीदड़ की सुंदर वादियों में घूमने का लुत्फ उठाया।