सुंदरनगर पहुंच गए इजराइल, मुंबई, गोवा व केरल के पयर्टक
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार द्वारा बाहरी राज्यों से आने वाली बसों और पयर्टकों पर पाबंदी के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। सुंदरनगर में शनिवार आधी रात से लेकर सुबह 7 बजे तक ऐसी करीब 26लग्जरी और अन्य बसों का विदेशी और बाहरी राज्यों के पयर्टकों के साथ पहुंचना सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक मानी जा रही है। हैरत की बात यह है पर्यटकों से भरी इन बसों को न तो हिमाचल के प्रदेश द्वार कहे जाने वाले स्वारघाट के बार्डर क्षेत्र में रोका गया और न ही बिलासपुर मंडी सीमा को जोड़ने वाले सलापड़ में इनकी चेकिग की गई। सुंदरनगर बस स्टैंड पर इन पर्यटकों के पहुंचने की खबर से तुरंत हरकत में आई प्रशासन की टीम ने बस स्टैंड पहुंचक
संवाद सहयोगी, सुंदरनगर : कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार के बाहरी राज्यों से आने वाली बसों और पयर्टकों पर पाबंदी के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। सुंदरनगर में शनिवार आधी रात से सुबह सात बजे तक ऐसी करीब 26लग्जरी और अन्य बसों का विदेशी और बाहरी राज्यों के पयर्टकों के साथ पहुंचना सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक मानी जा रही है।
हैरत की बात यह है पर्यटकों से भरी इन बसों को न तो हिमाचल के प्रदेशद्वार कहे जाने वाले स्वारघाट के बार्डर क्षेत्र में रोका गया और न ही बिलासपुर-मंडी सीमा को जोड़ने वाले सलापड़ में इनकी चेकिग की गई। सुंदरनगर बस स्टैंड पर इन पर्यटकों के पहुंचने की खबर से तुरंत हरकत में आई प्रशासन की टीम ने बस स्टैंड पहुंचकर हरियाणा रोडवेज की बस में आए इजराइल, मुंबई, केरल, गोवा और नेपाल सहित कुल 40 के करीब पयर्टकों को बस अड्डा में रोककर उन्हें सुबह पांच बजे चलने वाली सुंदरनगर-चंडीगढ़ की बस में वापस भेज दिया गया। बस अड्डा पर इससे गुस्साए पयर्टकों व विशेषकर इजराइली पयर्टकों की इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों से बहस भी हुई। बाद में एसडीएम राहुल चौहान ने उन्हें समझाकर बस में बैठाया। कुछ पयर्टकों ने किराये को लेकर लेकर भी एसडीएम से बात की तो उन्होंने निगम कर्मियों को बार्डर तक का किराया प्रशासन द्वारा वहन करने की बात कहकर बस को रवाना किया। इन पर्यटकों में पांच इजराइली, दो मुंबई, 20 नेपाल, चार केरल और दो गोवा के थे। इसके बाद प्रशासन की टीम द्वारा बाहर से आने वाली लग्जरी सहित हरियाणा और हिमाचल रोडवेज की 26 के करीब बसों को चेक कर उनमें सफर कर यात्रियों को कड़ी जांच और पूछताछ के बाद ही आगे जाने दिया। इस दौरान चंडीगढ़ पीजीआइ में फिजियोथेरेपिस्ट को बिना पहचान पत्र के परेशानी का सामना करना पड़ा। मोबाइल पर पहचान पत्र आने के बाद ही एसडीएम ने उन्हें जाने की अनुमति दी। चेकिग के दौरान स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग के कर्मचारी चेहरों पर मास्क, हाथों में दस्ताने और एप्रन पहनकर बसों की चेकिग करते रहे। बाहर से आने वाली किसी भी बस को बिना चेकिग के जाने नहीं दिया जा रहा था। रात करीब एक बजे शुरु हुआ यह चेकिग अभियान सुबह सात बजे तक चलता रहा। इस चेकिग अभियान के दौरान डीएसपी गुरबचन सिंह, सिविल अस्पताल सुंदरनगर के प्रभारी डॉ. चमन सिंह ठाकुर, बीएमओ डॉ. अविनाश पंवर, एसएचओ कमलकांत शर्मा और पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी मौजूद रहे। एसडीएम राहुल चौहान ने कहा कि 40 पर्यटकों को वापस भेजा गया है। अब पयर्टकों की बसों को स्वारघाट में ही चेक किया जाएगा।