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देवी-देवताओं को ठहराना प्रशासन के लिए चुनौती

-अब वहां बन रहे हैं पार्किग व शापिंग कांप्लेक्स -धाम परोसने के लिए भी स्थान करना पड़ेगा चिन्हित

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 04:25 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 04:25 PM (IST)
देवी-देवताओं को ठहराना प्रशासन के लिए चुनौती
देवी-देवताओं को ठहराना प्रशासन के लिए चुनौती

-अब वहां बन रहे हैं पार्किग व शापिंग कांप्लेक्स

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-धाम परोसने के लिए भी स्थान करना पड़ेगा चिन्हित संवाद सहयोगी, मंडी : दो मार्च से शुरू होने वाले अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले में देवी-देवताओं के आदर सत्कार के लिए जिला प्रशासन व शिवरात्रि मेला आयोजन समिति को मशक्कत करनी पड़ेगी। दशकों से देवी-देवताओं के ठहराव स्थल (यू ब्लाक) के स्थान पर पार्किग व शापिग कांप्लेक्स का निर्माण शुरू होने से इसका नामोनिशान मिट गया है। दशकों से इस स्थान पर हजारों देवलुओं व बजंतरियों को परोसी जाने वाली धाम के स्थल का अस्तित्व भी खत्म हो गया है। शिवरात्रि मेला स्थल वल्लभ महाविद्यालय परिसर में भी भवन निर्माण की वजह से दशकों से विराजमान होने वाले देवी देवताओं के स्थल भी अब नहीं रह गए हैं।

मेला आयोजन समिति व सर्व देवता सेवा समिति को देवी-देवताओं को नए स्थल पर आसीन करना पड़ेगा। कोरोना महामारी की तीसरी लहर के बीच शिवरात्रि मेले के आयोजन को लेकर अभी संशय बना हुआ है। देव समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली सर्व देवता सेवा समिति की प्रशासन के साथ होने वाली पहली बैठक कोरोना महामारी के कारण स्थगित कर दी गई है, लेकिन जिला प्रशासन ने शिवरात्रि मेले के लिए झूले आदि के लिए निविदाएं आमंत्रित कर दी हैं, इससे शिवरात्रि मेले के आयोजन को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

शिवरात्रि मेले में करीब दो सौ पंजीकृत देवी-देवता शिरकत कर इसकी शोभा बढ़ाते हैं। दशकों से यू ब्लाक में देवी देवताओं व उनके साथ आने वाले बजंतरियों का ठहराव स्थल रहा है, लेकिन इस स्थान पर अब बहुमंजिला पार्किग व शापिग माल का निर्माण किया जा रहा है। इसी स्थान पर हजारों देवलुओं के लिए सात दिन तक धाम का आयोजन भी किया जाता था, लेकिन अब की बार यहां पर न तो देवी-देवता ठहर सकेंगे और न ही देवलुओं के लिए धाम परोसी जा सकेगी। मेला आयोजन समिति को नया विकल्प ढूंढना होगा। 15 फरवरी तक खाली करवाया जाए स्थान : सर्व देवता समिति

संवाद सहयोगी, मंडी : सर्व देवता सेवा समिति के अध्यक्ष पंडित शिवपाल शर्मा ने प्रशासन से आग्रह किया गया कि 15 फरवरी तक देवताओं के बैठने के स्थान को खाली करवाया जाए, जिससे कि जिन देवी देवताओं का स्थान पड्डल में प्रभावित हुआ है उन स्थानों को देवी देवताओं के बैठने के लिए समय रहते चिन्हित किया जा सके और देवी-देवताओं के कारदारों को बुलाकर उन्हें दिए हुए स्थान पर देवता को बैठाने के लिए आग्रह किया जा सके। अन्यथा समय रहते देवी-देवताओं के स्थान चिन्हित न किए गए तो देवी-देवताओं के पड्डल पहुंचने पर नए स्थल पर बिठाना मुश्किल होगा।

सर्व देवता सेवा समीति की कार्यकारिणी की बैठक प्रधान शिव पाल शर्मा की अध्यक्षता में पड्डल मैदान में आयोजित की गई। बैठक में 28 सदस्यों ने भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि दो मार्च से शुरू होने वाले शिवरात्रि मेले में भाग लेने के लिए 28 फरवरी से देवी-देवता पहुंचना शुरू हो जाएंगे। बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष बीसी सरोच, महासचिव दिनेश शर्मा, भीम देव, राजू राम ,लेख राज पटियाल, टीकम राम , काहन सिंह, तोलु राम, हरी राम , केसर सिंह, छिजू राम ,मोहन लाल, रत्न चंद, हिम चंद व झाबे राम आदि आदि ने भाग लिया।


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