नगर परिषद सुंदरनगर में रहा जोड़-तोड़ का बोलबाला
जागरण संवाददाता मंडी नगर परिषद सुंदरनगर में कई साल से जोड़ तोड़ का बोलबाला रहा है।
जागरण संवाददाता, मंडी : नगर परिषद सुंदरनगर में कई साल से जोड़ तोड़ का बोलबाला रहा है। यहां कुर्सी के लिए समय के साथ दोनों प्रमुख दलों भाजपा व कांग्रेस समर्थित पार्षद अपनी आस्था बदलते रहे हैं। पांच साल पहले यही खेल खेला गया था। शह मात के इस खेल में स्थानीय नेताओं की अहम भूमिका रही है। नेताओं के हस्तक्षेप के बिना यहां अध्यक्ष पद की सरदारी तय नहीं होती है।
2010 में पार्टी चिह्न पर हुए सीधे चुनाव में अध्यक्ष पद पर भाजपा काबिज हुई थी। उपाध्यक्ष पद कांग्रेस के हाथ लगा था। पांच साल तक इस पद पर रहने वाली गिरिजा गौतम भाजपा की तरफ से पहली अध्यक्ष बनी थी। हालांकि इससे पहले भी 2000 में बाजी भाजपा के हाथ लगी थी, मगर पार्षदों की गुटबाजी के चलते भाजपा को ढाई साल बाद अध्यक्ष बदलना पड़ा था। 2005 के चुनाव में कांग्रेस नेता सोहन लाल ठाकुर को नीचा दिखाने के लिए कांग्रेस के एक नेता ने भाजपा के समर्थन से अध्यक्ष पद पर कब्जा कर लिया था। इस बार के चुनाव में 13 वार्डों में कुल 47 प्रत्याशी मैदान में हैं। सबसे अधिक 8 प्रत्याशी बनेड़ वार्ड से हैं। चांगर वार्ड में भाजपा व कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों में सीधी टक्कर है। आठ वार्डों में तीन-तीन प्रत्याशी है। इस बार अध्यक्ष पर अनारक्षित है। पुंघ वार्ड से चुनाव लड़ रहे भाजपा समर्थित जितेंद्र शर्मा अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार हैं। वह तीन बार पार्षद रह चुके हैं। उन्हें स्थानीय विधायक राकेश जम्वाल का आशीर्वाद प्राप्त है। अपने प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
विधायक राकेश जम्वाल ने मोर्चा संभाल लिया है। वह सभी वार्डों में जाकर प्रत्याशियों के साथ विकास के नाम पर वोट मांग रहे हैं। कांग्रेस भी वापसी के लिए संघर्षरत है। पश्चिमी कॉलोनी से रक्षा धीमान चौथी बार चुनाव लड़ रही रक्षा धीमान हैट्रिक लगा चुकी है अब चौका मारने की फिराक में हैं। निवर्तमान पार्षदों में रक्षा धीमान ही अकेली ऐसी है जो चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा तीन मनोनीत पार्षद जितेंद्र शर्मा, चिंता डोगरा व विमल शर्मा भी किस्मत आजमा रहे हैं।