मंदिर तोड़ा; मूर्तियां बाहर फेंकी, मुझे किया प्रताड़ित
सरकाघाट उपमंडल की गाहर पंचायत में देव आस्था के नाम पर एक और व्यक्ति को प्रताड़ित किया गया है।
-वृद्धा से क्रूरता मामले में चौथा पीड़ित आया सामने, प्रशासन से लगाई सुरक्षा की गुहार
-86 वर्षीय सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक मोहन सिंह ने सुनाई आपबीती
----------------------- संवाद सहयोगी, सरकाघाट : मंडी जिले के उपमंडल सरकाघाट की गाहर पंचायत के समाहल गांव में वृद्धा से क्रूरता मामले में शनिवार को चौथा पीड़ित सामने आया। राजदेई, जयगोपाल, कृष्णी देवी के बाद अब पट्टा गांव के सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक 86 वर्षीय मोहन सिंह ने देवता की तथाकथित पुजारिन, उसके दो भाइयों व ग्रामीणों पर उसके घर के पास बने मंदिर को तोड़ने, मारपीट कर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मोहन सिंह ने शनिवार को सरकाघाट में पत्रकारों को आपबीती सुनाई।
बकौल मोहन, छह नवंबर को सबसे पहले देवता की पुजारिन व उसके दो भाइयों ने उसके घर आकर प्रताड़ित किया। इसके बाद वह राजदेई के घर गए। आठ नवंबर को वे लोग फिर देवरथ लेकर उसके घर आए। ग्रामीणों के सामने देवरथ उन पर चढ़ाकर धक्का दिया और वह जमीन पर गिर गए। इससे उन्हें पीठ पर चोटें पहुंची हैं। गांव में बना मंदिर तोड़ कर मूर्तियां बाहर फेंक दी गई। उन्हें धमकी दी गई अगर वह गांव से बाहर निकले तो उनको जान से मार दिया जाएगा। लोगों ने देवता के तीनों रथों को गिरा दिया। मोहन सिंह ने बताया वह घर में 80 वर्षीय पत्नी और एक दिव्यांग बेटी के साथ रहते हैं। गांव में नशेड़ियों व उपद्रवियों का बोलबाला रहता है। जब भी वह गांव में नशेड़ियों का विरोध करते हैं तो उनको धमकियां दी जाती हैं। उन्होंने प्रशासन और पुलिस से सुरक्षा की मांग की है।