ठीक हुई एनालाइजर मशीन, खुली बायोकेमिस्ट्री लैब
सिविल अस्पताल जोगेंद्रनगर में स्थापित एनालाइजर मशीन ठीक कर दी गई ह
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : सिविल अस्पताल जोगेंद्रनगर में स्थापित एनालाइजर मशीन ठीक कर दी गई है। उसके बाद टेस्ट के लिए बायोकेमिस्ट्री लैब को मरीजों के लिए खोल दिया है। अब मरीजों को महत्वपूर्ण टेस्ट करवाने की सुविधा मिल गई है। कई दिन से टेस्ट न होने से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही थी। 'दैनिक जागरण' ने इस समस्या को प्रमुखता से उठाया था। इस पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने गंभीरता दिखाते हुए एनालाइजर मशीन को ठीक कर राहत प्रदान की है।
मशीन में तकनीकी खामियों की वजह से मरीजों को टेस्ट करवाने के लिए अस्पताल से बाहर लैब में जेब ढीली करनी पड़ रही थी। प्रतिदिन करीब 50 से अधिक मरीज शुगर, एलएफटी, लिपिड प्रोफाइल टेस्ट करवाए बिना लौट रहे थे। लैब बंद होने से लटके थे 20 प्रकार के टेस्ट
अस्पताल की बायोकेमिस्ट्री लैब बंद होने से ब्लड शूगर, फास्टिग, रैंडम, आरएफटी और केएफटी से संबंधित करीब 20 प्रकार के टेस्ट नहीं हो रहे थे। अस्पताल में शूगर के टेस्ट का दाम 20 रुपये निर्धारित है, जबकि निजी लैब में इसके दोगुने दाम चुकाने पड़ रहे थे। अस्पताल में एलएफटी का टेस्ट 140 और लिपिड प्रोफाइल डेढ़ सौ रुपये में होता है, वहीं निजी लैब में दो सौ से ढाई सौ रुपये देने पड़ रहे थे।
अस्पताल की बायोकेमिस्ट्री लैब की एनालाइजर मशीन में आई तकनीकी खराबी ठीक कर दिया है। अब मरीजों को सभी प्रकार के टेस्टों की सुविधा का लाभ अस्पताल में ही मिलना शुरू हो गया है।
रोशन लाल कौंडल, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी, नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर।