Move to Jagran APP

मनोह गांव में शराब ठेके के विरोध में महिलाएं

नेर घरवासड़ा पंचायत के मनोह गांव में महिलाएं शराब ठेके के विरोध में उतर आई हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 06:49 PM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 06:49 PM (IST)
मनोह गांव में शराब ठेके के विरोध में महिलाएं
मनोह गांव में शराब ठेके के विरोध में महिलाएं

संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : नेर घरवासड़ा पंचायत के मनोह गांव में महिलाएं शराब ठेके के विरोध में उतर आई हैं। बुधवार को पंचायत की महिलाओं ने पंचायत प्रधान सैना देवी की अगुआई में फिर से उपमंडलाधिकारी नागरिक कार्यालय में ठेके को हटाने का लिखित प्रस्ताव सौंपा। करीब दस दिन पहले भी महिलाओं और ठेका संचालकों के बीच ठेके को लेकर हुई गहमागहमी पर पुलिस और प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा था। ठेके को हटाने को लेकर सकारात्मक कार्रवाई न होने के कारण महिलाओं का विरोध फिर शुरू हो चुका है।

loksabha election banner

एसडीएम अमित मेहरा से मुलाकात के दौरान पंचायत प्रधान सैना ने कहा मनोह गांव में चल रहा शराब ठेका पहले पंचायत के अन्य वार्ड में स्थापित था जिसे जबरदस्ती मनोह गांव की बीचोंबीच खोलकर गांव के माहौल को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।

एसडीएम कार्यालय पहुंची मनोह गांव की सरिता देवी, विमला देवी, अर्चना, बीना, कमला, किरणा, कांता देवी, राजो देवी, मीना, और छंटाकी देवी ने कहा गांव के बीचोंबीच खुले शराब ठेके से पूरी पंचायत का माहौल खराब हो रहा है। धरना प्रदर्शन के साथ-साथ महिलाओं ने शराब ठेके को अपने स्तर पर भी हटाने की चेतावनी दे डाली है। वार्ड परिषद मीरा देवी सहित दर्जनों महिलाओं ने आबकारी एवं कराधान विभाग से भी शराब ठेके को गांव से बाहर हटाने की मांग रखी है।

-------------

मनोह गांव में चल रहे शराब ठेके को उचित जगह पर स्थानांतरित करने के दिशा निर्देश आबकारी एवं कराधान विभाग को जारी किए गए हैं। समस्या का उचित समाधान कर महिलाओं को राहत प्रदान की जाएगी।

अमित मेहरा, एसडीएम जोगेंद्रनगर।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.