बैंक व सिम बेचने वालों पर कसेगा शिकंजा
जागरण संवाददाता मंडी एटीएम कार्ड क्लोनिग मामले में पकड़े गए तीन संदिग्धों को सिम कार्ड बेच
जागरण संवाददाता, मंडी : एटीएम कार्ड क्लोनिग मामले में पकड़े गए तीन संदिग्धों को सिम कार्ड बेचने वालों सहित बैंकों पर भी एटीएम की सुरक्षा में चूक के मामले में पुलिस शिकंजा कसेगी। जिस होटल में रुके थे वहां से पड़ताल की जाएगी। पकड़े गए तीनों आरोपितों के पास सात सिम कार्ड मिले हैं। इनमें तीन हिमाचल के, तीन मोबाइल फोन, 25 एटीएम कार्ड, तीन आधार कार्ड जिसमें एक इनका नहीं है, भी जब्त किए गए हैं। तीनों के बताए पतों का भी पुलिस जानकारी हरियाणा से लेगी।
पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि स्किमिग के जरिए एटीएम का क्लोन बनाया जाता है। आरोपितों के पास जो सिम कार्ड मिले हैं, जिन्होंने वे जारी किए हैं उनसे भी पूछताछ होगी।
उन्होंने कहा कि इन तीनों आरोपितों के संपर्क हिमाचल के अलावा गुजरात, जम्मू कश्मीर, नार्थ ईस्ट और उत्तर प्रदेश में भी हैं। तीनों पठानकोट से बस के जरिए हिमाचल आए थे। एक दिन पहले यह कुल्लू में भी रहे थे। ऐसे में इनके पास जो 2 लाख 80 हजार रुपये मिले हैं वह कहां कहां से निकाले हैं इसकी जानकारी कुल्लू पुलिस से भी मांगी गई है। ----------
बैकों को जारी होंगे नोटिस
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एक एटीएम बूथ में दो मशीनें। एटीएम बूथ के बाहर सुरक्षाकर्मी न होने को लेकर बैंकों को भी नोटिस जारी किया जाएगा। जहां दो एटीएम में वहां व्यक्तिगत सुरक्षा को ध्यान में रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी।
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दसवीं पास, दिमाग इंजीनियरों का
तीनों आरोपित प्रदीप, अमन और रोहित दसवीं पास हैं। अधिक पढ़े-लिखे न होने के बावजूद तीनों तकनीकी रूप से काफी सक्षम हैं। इनका दिमाग इंजीनियरिग के छात्रों की तरह है।
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पिन सुरक्षित तो डाटा स्किम होने पर भी नहीं होगा नुकसान
मंडी शालिनी अग्निहोत्री का कहना है कि अगर कोई आपका कार्ड स्किम भी करता है, लेकिन उसको एटीएम पिन पता नहीं है तो वह कुछ नहीं सकता है। इसलिए एटीएम में अकेले ही जाएं। किसी को अपना एटीएम पिन न देखने दें।