देवता का छत्र व मोहरा कानपुर से छह माह बाद बरामद
जिला के गोहर उपमंडल के तरौर से चोरी हुए देव माहूंनाग का छत्र मोहरा व आभूषण पुलिस ने उत्तर प्रदेश के कानपुर जिला के कमलपुर से छह माह बरामद कर लिए हैं। आरोपित ने चोरी का सामान अपने घर के एक कमरे में उप्पलों के ढेर में पोटली के अंदर छिपा कर रखा था। छह माह से वह पुलिस से बचता फिर रहा था। कुछ आभूषण पुलिस ने पहले ही आरोपित के घर से बरामद कर लिए थे। आरोपित की त
जागरण संवाददाता, मंडी : गोहर उपमंडल के तरौर से चोरी हुए देव माहूंनाग का छत्र, मोहरा व आभूषण पुलिस ने उत्तर प्रदेश के कानपुर जिला के कमलपुर से छह माह बरामद कर लिए हैं। आरोपित ने चोरी का सामान घर के एक कमरे में उप्पलों के ढेर में पोटली के अंदर छिपा कर रखा था। छह माह से वह पुलिस से बचता फिर रहा था। कुछ आभूषण पुलिस ने पहले ही आरोपित के घर से बरामद कर लिए थे। आरोपित की तलाश में पुलिस करीब सात बार उसके घर में दबिश दे चुकी थी, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था।
गोहर पुलिस को 15 फरवरी को मुखबिर से सूचना मिली थी कि संदीप कुमार पंजाब के कीरतपुर में मजदूरी करता है। पुलिस ने आरोपित को दबोचकर कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट से उसका पांच दिन का पुलिस रिमांड मिला था। पूछताछ के बाद उसने चोरी का सामान घर में छिपाकर रखने की बात कबूल की थी। पुलिस की एक टीम संदीप को अपने साथ कानपुर लेकर गई थी। उसकी निशानदेही पर 52 ग्राम सोने का एक छत्र, दो किलो चांदी का एक छत्र, चांदी के डोल माला के मनके करीब सवा किलो, अष्टधातु का मुख्य मोहरा एक, चांदी का छत्र एक, चांदी की चाननी दो, शिव¨लग एक, चांदी के मनके 64, चांदी के सिक्के 40 व 40 चांदी की ¨सगी बरामद की। पकड़े गए सामान की कीमत करीब सात लाख रुपये है। पुलिस रिमांड अवधि समाप्त होने पर आरोपित को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। 22 वर्षीय संदीप कुमार निवासी गांव कमलपुर तहसील डेरापुर जिला कानपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। वह तरौर में देव माहूंनाग के पुजारी नागेंद्रपाल के पास काम करता था। 12 अगस्त की रात आरोपित देवता का छत्र मोहरा व अन्य सामान चोरी कर फरार हो गया था। नागेंद्रपाल की शिकायत पर गोहर पुलिस ने चोरी का केस दर्ज किया था।
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गोहर उपमंडल के देव माहूंनाग मंदिर से चोरी हुआ सारा सामान बरामद कर लिया गया है। आरोपित को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। नौकर या फिर किरायेदार रखने से पहले लोग उनका पुलिस के पास पंजीकरण करवाएं।
-गुरदेव शर्मा, पुलिस अधीक्षक मंडी।