आरोपित पारुल के घर से धीरज का बैग, वर्दी व मोबाइल फोन बरामद
जागरण संवाददाता मंडी सरकाघाट पुलिस ने आइटीआइ समीरपुर के प्रशिक्षु धीरज ठाकुर का
जागरण संवाददाता, मंडी : सरकाघाट पुलिस ने आइटीआइ समीरपुर के प्रशिक्षु धीरज ठाकुर का बैग, वर्दी व मोबाइल फोन सरौण पंचायत के रहने वाले पारुल से उसके घर में बरामद किया है। शव की पहचान आसानी से न हो सके इसलिए आरोपितों ने धीरज के शरीर से वर्दी उतार दी थी। शव ठिकाने लगाने के बाद वर्दी, बैग व मोबाइल फोन पारुल ने अपने घर में छिपा लिया था।
दीक्षांत व प्रिस ने शव बोरी में डालने व उसके बाद बक्कर खड्ड में दबाने में मदद की थी। पूछताछ के दौरान तीनों आरोपित एक ही बात पर अड़े हुए हैं कि धीरज ठाकुर की मौत नशे की ओवरडोज से हुई थी। आरोपितों के इस बयान पर पुलिस तनिक विश्वास नहीं कर रही है। अगर सच में धीरज ठाकुर की मौत नशे की ओवरडोज से हुई थी तो आरोपित उसे उपचार के लिए अस्पताल क्यों लेकर नहीं गए? उसके स्वजन को सूचित क्यों नहीं किया? मौत की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं दी? शव को बोरी में डालकर खड्ड में दबाने के पीछे क्या मंशा थी? तीनों आरोपितों के पास इन सवालों का कोई जवाब नहीं है। पुलिस को बुधवार तक धीरज ठाकुर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है। तीन दिन की छुट्टी की वजह से पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने में देरी हुई है। धीरज ठाकुर का पोस्टमार्टम नेरचौक मेडिकल कालेज में फारेंसिक मेडिसिन विशेषज्ञों की देखरेख में हुआ है।
धर्मपुर हलके की ग्रियोह पंचायत का रहने वाला 19 साल का धीरज ठाकुर हमीरपुर जिले की समीरपुर आइटीआइ से इलेक्ट्रिशियन का प्रशिक्षण कर रहा था। वह 26 अप्रैल को घर से आइटीआइ के लिए गया था, लेकिन शाम को घर नहीं लौटा था। शाम को उसके पिता ने मोबाइल फोन पर संपर्क साधा था तो उसने बताया था कि वह पारुल के घर में है। रात को वहीं रुकेगा। अगले दिन भी वह घर नहीं आया तो स्वजन ने उसकी तलाश शुरू की थी। पिता बलदेव राज ने दो मई को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पूछताछ में पारुल ने शव बक्कर खड्ड में दबाने की बात कबूल की थी। 16 दिन बाद शव नलयाणा के समीप बक्कर खड्ड में मिला था। धीरज ठाकुर का बैग, मोबाइल फोन व वर्दी आरोपित पारुल के घर से बरामद हुई है। तीनों आरोपितों से पूछताछ जारी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
-तिलकराज शांडिल्य, एसडीपीओ सरकाघाट।