लॉकडाउन के बीच यहां शुरु हुई ऑनलाइन रेसिपी प्रतियोगिता, खोजे जा रहे हैं लुप्त व्यंजन
CoronavirusLockdown सोशल मीडिया के जरिए शुरू की है ‘द टेस्ट ऑफ लाहुल स्पीति’ प्रतियोगिता 93 लोगों ने भेजे व्यंजन इनमें 40 पुरुष भी शामिल।
मंडी, मुकेश मेहरा। अपनी अलग परंपराओं की तरह लाहुल स्पीति के व्यंजन भी अलग हैं। कोरोना वायरस के कारण हिमाचल में कर्फ्यू लगा है। इस समय में लोगों को व्यस्त रखने व लाहुल के लुप्त व्यंजनों को फेसबुक के माध्यम से दुनिया के सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं पूर्व सैनिक सेम बौद्ध। 2018 में बतौर हवलदार सेवानिवृत्त हुए सेम बौद्ध लाहुल के तोद खंगसर के रहने वाले हैं। सेवानिवृत्ति के बाद से वह लाहुल में कैंपिंग का काम करते हैं।
पर्यटन गतिविधियां बंद होने के कारण उन्होंने सोशल मीडिया पर लाहुल के पारंपरिक व्यंजनों को खोजने के लिए ‘द टेस्ट ऑफ लाहुल स्पीति’ नाम से प्रतियोगिता आरंभ की है। अब तक 93 लोगों ने इसमें एंट्री भेजी है। इसमें 40 पुरुष हैं। इनमें मन्ना, जन, कोदरे की रोटी आदि के व्यंजन सामने आए हैं।
‘हिमालयन मिड वे’ नाम से बने फेसबुक पेज पर इस प्रतियोगिता का संचालन होता है। इसमें लोग घरों में लाहुली व्यंजन बनाकर अपना नाम, फोटो व पता अपलोड करते हैं। सेम बौद्ध बताते हैं कि इस प्रतियोगिता के दौरान कुछ ऐसे भी व्यंजन सामने आए हैं, जो उन्होंने पहली बार देखे। फिर उनके बारे में बुजुर्गो से जानकारी लेनी पड़ी।
उन्हें लाहुल, कुल्लू, मंडी के अलावा चंडीगढ़, दिल्ली, हमीरपुर से भी लाहुल के व्यंजन बनाकर भेजे गए हैं। उनका इस प्रतियोगिता को शुरु करने का मकसद था कि लोग कर्फ्यू के इस समय का सदुपयोग कर सकें। अच्छे परिणाम आने से वह काफी उत्साहित हैं। सेम बौद्ध कहते हैं कि 25 अप्रैल को इसका ऑनलाइन ऑडिशन होगा। इसमें तीन विजेताओं को चयनित किया जाएगा। जब पर्यटन सीजन शुरु होगा तो पर्यटकों को यही पारंपरिक व्यंजन परोसे जाएंगे और स्थानीय महिलाओं को भी इनको बनाने के लिए कहा जाएगा।
ऐसे निकलेगा परिणाम
25 अप्रैल तक जितनी भी एंट्री आएंगी उन्हें मिले शेयर, लाइक, कॉमेंट व व्यू के आधार पर प्रथम 10 प्रतिभागी चयनित किए जाएंगे। इन 10 प्रतिभागियों से लाहुल के पारंपरिक व्यंजन बनाने को कहा जाएगा। उन्हें भी फेसबुक पेज पर अपलोड किया जाएगा। जो प्रथम तीन होंगे उन्हें नवंबर 15 से 19 तक जैसलमेर में टाटा स्टील इंडस्ट्री की ओर से होने वाले अंतरराष्ट्रीय जनजातीय उत्सव में सम्मानित किया जाएगा। वहां अंतरराष्ट्रीय पटल पर वे खाना भी बनाएंगे। साथ ही लाहुल ईको टूरिज्म की बुकलेट में उनके नाम व रेसिपी प्रकाशित होगी। इन्हें जैसलमेर ले जाने का खर्च समाजसेवी रिंग्निज हायरपा उठाएंगे।