कोयला माता मंदिर में नव दुर्गा के भी होंगे दर्शन
मंडी व सुंदरनगर के बीच बल्हघाटी में राजगढ़ क्षेत्र की पहाड़ी पर स्थि
सुरेंद्र शर्मा, मंडी
मंडी व सुंदरनगर के बीच बल्हघाटी में राजगढ़ क्षेत्र की पहाड़ी पर स्थित माता कोयला मंदिर में आने वाले श्रद्धालु अब नव दुर्गा के साथ शिव- पार्वती व राधाकृष्ण के भी दर्शन करेंगे। मंदिर प्रबंधन कमेटी ने मंदिर के सुंदरीकरण के लिए शुरू किए नक्काशी कार्य में इनकी आकृतियों को उकेरा है।
सराज के थाची क्षेत्र के रहने वाले कारीगर मंदिर के सुंदरीकरण के कार्य को इन दिनों अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। करीब 80 फीसद कार्य पूरा कर लिया गया है। सात-आठ महीनों में लकड़ी पर नक्काशी का कार्य पूरा हो जाएगा।
जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर राजगढ़ क्षेत्र में पिपलू की पहाड़ी पर माता कोयला का भव्य मंदिर है। नवरात्र के अवसर पर यहां रोजाना हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं, लेकिन कोरोना काल में मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आई है। यह है मान्यता
प्राचीन समय में राजगढ़ की पहाड़ी पर यह मंदिर एक चट्टान के रूप में ही था। चट्टान से लगातार घी बहता रहता था और इसका उपयोग लोग मां की ज्योति जलाने के साथ ही अपने घर में भी करते थे। एक बार एक भेड़-बकरियां चराने वाला चरवाहा इस रास्ते से गुजर रहा था। चढ़ाई चढ़ने के बाद वह थोड़ी देर आराम के लिए उसी चट्टान के समीप बैठ गया और वहां बैठ कर खाना खाने लगा। फिर उसने अपनी रोटी पर घी लगाने के उद्देश्य से अपनी जूठी रोटी चट्टान पर रगड़ना शुरू कर दिया। जूठन के कारण उसी दिन से चट्टान से घी टपकना बंद हो गया।
नवरात्र के दौरान मंदिर में सुंदरीकरण के कार्य को विराम दिया है। नवरात्र समाप्त होने के बाद नक्काशी का कार्य शुरू हो जाएगा। कोविड एसओपी के तहत ही मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश के साथ दर्शन करवाए जा रहे हैं।
-प्यारे लाल गुप्ता, प्रधान कोयला माता प्रबंधन कमेटी