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डैहर से डडौर तक फोरलेन का काम बंद करने के आदेश

जागरण संवाददाता मंडी केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के निर्देश पर वन विभाग ने राष्ट्रीय रा

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Sep 2020 07:00 PM (IST)Updated: Mon, 14 Sep 2020 07:00 PM (IST)
डैहर से डडौर तक फोरलेन का काम बंद करने के आदेश
डैहर से डडौर तक फोरलेन का काम बंद करने के आदेश

जागरण संवाददाता, मंडी : केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के निर्देश पर वन विभाग ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को नोटिस जारी कर डैहर से डडौर तक फोरलेन का काम बंद करने का आदेश दिया है। वन विभाग के इस कदम से नौलखा से डडौर तक करीब साढ़े चार किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण कार्य बरसात के बाद शुरू होने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। नौलखा से डडौर तक वर्तमान मार्ग को फोरलेन में स्तरोन्नत करने का काम करीब दो साल पहले शुरू हुआ था। कुछ स्थानों पर कटिग व फिलिग का काम हुआ था। कीरतपुर से नागचला तक फोरलेन का काम करने वाली आइएलएंडएफएस कंपनी करीब दो साल पहले दिवालिया हो गई थी। काम भी पूरी तरह से बंद हो गया था। करीब छह माह पहले नौलखा से डडौर तक का कार्य पंजाब की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को 245 करोड़ रुपये में अवार्ड हुआ था। इसमें कीरतपुर से कैंचीमोड़ व डैहर से भवाणा यातायात सुरंग तक व भवाणा से पुंघ तक का अधूरा कार्य भी इसी कंस्ट्रक्शन कंपनी को पूरा करना था। कंपनी ने नौलखा व कनैड़ में काम शुरू कर दिया था। वन विभाग के नोटिस के बाद अब दोबारा असमंजस की स्थिति बन गई है।

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एनएचएआइ पर स्वीकृत अलाइनमेंट में बदलाव करने का आरोप है। डिजिटल मैप व निर्माणाधीन फोरलेन की अलाइनमेंट में मिलान नहीं हो रहा है। हालांकि नौलखा से डडौर तक अलाइनमेंट को लेकर कोई विवाद नहीं है, फिर भी केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने काम बंद करने के निर्देश दिए हैं। मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को कीरतपुर से नागचला तक फोरलेन में स्तरोन्नत करने का काम 2013 में आइएलएंडएफएस कंपनी को अवार्ड हुआ था। निर्माण कार्य चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, मगर सात साल में 40 फीसद काम भी पूरा नहीं हो पाया है। सात साल में चार परियोजना निदेशक बदल चुके हैं। पांच यातायात सुरंगों व छोटे बड़े 23 पुलों का काम अधर में लटका हुआ है।

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10 सूत्रीय लंबित मुद्दों पर बनी सहमति बनी

फोरलेन संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को एनएचएआइ के परियोजना निदेशक नवीन मिश्रा से मिला। 10 सूत्रीय लंबित मुद्दों पर चर्चा हुई। इसमें नालौखा से डडौर तक फोरलेन की चौड़ाई 29 मीटर होगी। सात मीटर मुख्य मार्ग व पांच मीटर सर्विस रोड होगा। बचे हुए 18 मकानों के मुआवजे के लिए जल्द सयुंक्त निरीक्षण कमेटी निपटारा करेगी। प्रतिनिधिमंडल जोगेंद्र वालिया की अध्यक्षता में मिला।

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केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के निर्देश पर एनएचएआइ को डैहर से डडौर तक फोरलेन का काम बंद करने के लिए नोटिस दिया गया है।

-सुभाष चंद्र पराशर, डीएफओ सुकेत वनमंडल।


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