लोकतंत्र में मतदान का बड़ा महत्व
संवाद सहयोगी कुल्लू समावेशी सुगम एवं सहभागी निर्वाचन थीम पर आधारित राष्ट्रीय मतदान दिवस का
संवाद सहयोगी, कुल्लू : समावेशी, सुगम एवं सहभागी निर्वाचन थीम पर आधारित राष्ट्रीय मतदान दिवस का आयोजन कुल्लू स्थित उपायुक्त कार्यालय में किया गया। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने मतदाता दिवस की शपथ दिलाई।
आशुतोष गर्ग ने कहा कि मतदाता दिवस प्रत्येक नागरिक के लिए महत्वपूर्ण है। इससे व्यक्ति को मताधिकार के महत्व का पता चलता है। प्रत्येक व्यक्ति का मत देश के भावी भविष्य की नींव रखता है और राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनता है। भारत निर्वाचन आयोग का गठन 25 जनवरी 1950 को संविधान के लागू होने से एक दिन पूर्व हुआ था। चुनाव में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए 2012 से हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन इस उद्देश्य के साथ किया जाता है कि प्रत्येक युवा जो 18 साल आयु पूरी कर लेता है, वह अपना फोटो पहचान पत्र बनवाए। आशुतोष गर्ग ने मतदान के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि यह दिवस लोगों को बताता है कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए मतदान करना जरूरी है। मतदान प्रक्रिया में भागीदारी जरूरी है तभी लोकतंत्र में हमारी भागीदारी सुनिश्चित होगी। इस दिन हम यह भी प्रण लेते हैं कि हम शांतिपूर्ण, निष्पक्ष चुनाव कराने की लोकतांत्रिक परंपरा को बरकरार रखेंगे और प्रत्येक चुनाव में धर्म, नस्ल, जाति, समुदाय, भाषा आधार पर प्रभावित हुए बिना निर्भीक होकर मतदान करेंगे। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि जब भी वह 18 साल की आयु पूरी कर लेते हैं, तुरंत से अपना पंजीकरण करवाकर फोटो पहचान पत्र बनवाए। निर्वाचन आयोग ने साल में चार बार पहली जनवरी, पहली अप्रैल, पहली जुलाई तथा पहली अक्टूबर को अर्हता तिथि के आधार पर नाम पंजीकरण की व्यवस्था की है। इसके उपरांत जिला निर्वाचन अधिकारी ने पांच नए मतदाताओं को प्रतीकात्मक तौर पर फोटोयुक्त पहचान पत्र भी वितरित किए। तहसीलदार निर्वाचन सुमन कपूर ने स्वागत किया। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रशांत सरकैक, सहायक आयुक्त केशव राम, बूथ स्तर के अधिकारियों सहित अन्य लोग समारोह में उपस्थित रहे।