वीरेंद्र व दीपाली के बीच फंसी मेयर की कुर्सी
जागरण संवाददाता मंडी नगर निगम मंडी के पहले मेयर व डिप्टी मेयर को लेकर दिनभर की माथ
जागरण संवाददाता, मंडी : नगर निगम मंडी के पहले मेयर व डिप्टी मेयर को लेकर दिनभर की माथापच्ची के बाद भी सहमति नहीं बन पाई। मेयर की कुर्सी वीरेंद्र सिंह आर्य व दीपाली जसवाल के बीच फंसकर रह गई है। दो दौर की बैठक के बाद किसी एक नाम पर मुहर नहीं लग पाई है। ऐसे में सुहड़ा वार्ड से निर्वाचित नेहा की लाटरी भी लग सकती है।
डिप्टी मेयर को लेकर वीरेंद्र भट्ट व सोमेश उपाध्यक्ष दौड़ में बने हुए हैं। वरिष्ठता के आधार पर कुछ नेता वीरेंद्र भट्ट के नाम की पैरवी कर रहे हैं। वह नगर परिषद के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। एक धड़ा पड्डल वार्ड से निर्वाचित सोमेश उपाध्यक्ष के नाम की पैरवी कर रहा है। सोमेश उपाध्याय ने कांग्रेस के दिग्गज पुष्पराज शर्मा को पराजित किया है।
मेयर पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। सन्यारढ़ वार्ड से निर्वाचित वीरेंद्र सिंह आर्य व बैहना वार्ड के कृष्ण भानू अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं। नेहा व दीपाली जसवाल भी अनुसूचित जाति से हैं। मेयर व डिप्टी मेयर का नाम तय करने के लिए भाजपा के सभी 11 सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने लंच पर विस्को रिजार्ट में चर्चा की। एक-एक सदस्य की राय जानी गई। इसके बाद देर शाम सर्किट हाउस मंडी में जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं विधायक राकेश जम्वाल भी उपस्थित रहे।
वीरेंद्र सिंह आर्य व दीपाली जसवाल से एक नाम तय करने पर मंथन हुआ, लेकिन दो घंटे की बैठक के बाद कोई नतीजा नहीं निकला। मेयर व डिप्टी मेयर का नाम तय करने का फैसला अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर छोड़ दिया गया है। अब मंगलवार को शपथ ग्रहण समारोह से पहले मेयर व डिप्टी मेयर का नाम सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है।