परीक्षा पर्व अभियान कम करेगा विद्यार्थियों में परीक्षा तनाव
बच्चों में परीक्षा तनाव कम करने के लिए बाल अधिकार संरक्षण आयोग परीक्षा पर्व अभियान चलाएगा। वीरवार को इस अभियान का शुभारंभ हुआ। अभियान 21 फरवरी से 15 मार्च तक चलाया जाएगा। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की प्रदेश अध्यक्ष किरण धांटा ने बताया कि किशोर अवस्था की नाजुकता को समझते हुए यह बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल का हर विद्यार्थी परीक्षा को बोझ न समझते हुए इसे पर्व की तरह मनाए। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से
संवाद सहयोगी, मंडी : बच्चों में परीक्षा तनाव कम करने के लिए बाल अधिकार संरक्षण आयोग परीक्षा पर्व अभियान चलाएगा। वीरवार को इस अभियान का शुभारंभ हुआ। अभियान 21 फरवरी से 15 मार्च तक चलाया जाएगा। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की प्रदेश अध्यक्ष किरण धांटा ने बताया कि किशोर अवस्था की नाजुकता को समझते हुए यह बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल का हर विद्यार्थी परीक्षा को बोझ न समझते हुए इसे पर्व की तरह मनाए। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से विद्यार्थी अपनी परीक्षाओं से संबंधित समस्याओं को विशेषज्ञों से साझा कर सकते हैं तथा समस्या का निदान पा सकते हैं। इसके लिए उन्हें फेसबुक अकाउंट पर जाकर एनसीपीसीआर डॉट ऑफिशियल पर सर्च करना होगा। यह साइट 21 से फरवरी से 15 मार्च तक दोपहर बाद चार बजे तक खुली रहेगी। इसमें विद्यार्थी अपने प्रश्न लिखित रूप से पूछेंगे और उनके प्रश्नों के उत्तर उसी समय विशेषज्ञों द्वारा मौखिक तौर पर दिए जाएंगे। दिनवार विशेषज्ञों की सूची राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की साइट एनसीपीसीआर डॉट जीओवी डॉट इन से प्राप्त की जा सकती है। किरण धांटा ने सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को निर्देश दिए हैं कि यह सूचना प्रदेश के सभी स्कूलों तक पहुंचाए तथा विद्यार्थियों को लाइव स्टी¨मग सत्रों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि केवल परीक्षा के असहनीय दवाब के कारण भारत में दुनिया भर में छात्रों की आत्महत्या की दर सबसे ज्यादा है। अप्रिय घटनाओं से बचने के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने यह अभियान शुरू किया है।