मनाली-चंडीगढ़ हाईवे पर सात मील में फिर दरका पहाड़, यातायात बाधित
जागरण संवाददाता मंडी मनाली-चंडीगढ़ हाईवे पर सात मील के पास करीब दो माह से दरक रहा
जागरण संवाददाता, मंडी : मनाली-चंडीगढ़ हाईवे पर सात मील के पास करीब दो माह से दरक रहा पहाड़ आम लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। वीरवार रात 12 बजे पहाड़ फिर दरक गया। बड़ी संख्या में चट्टानें व मलबा गिरने से यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। मलबे की चपेट में आने से कई वाहन बाल बाल बचे। कई लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। 20 घंटे बाद भी यातायात बहाल नहीं हो पाया है। चट्टानें गिरने से हाईवे का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। मलबा व चट्टानें हटाने की दिन भर कोशिश होती रही।
मूसलधार बारिश मलबा हटाने में बाधा बन रही है। पहाड़ से लगातार चट्टानें गिर रही हैं। प्रशासन ने मलबा हटाने का काम रोक दिया है। शनिवार सुबह दोबारा काम शुरू होगा। हाईवे के दोनों किनारों पर हजारों वाहन व लोग फंसे हुए हैं। पर्यटकों को भूख प्यासे सड़क पर रात गुजारनी पड़ी। मंडी शहर के बिद्रावणी तक वाहनों की कतार लगी हुई है। छोटे वाहनों को डडौर चौक से चैलचौक गोहर होकर पंडोह भेजा जा रहा है। कुल्लू की तरफ से वाहन बजौरा से कांढी कमांद होकर मंडी आ रहे हैं। दोनों मार्गों पर जाम लगा हुआ है। एसडीएम सदर रितिका जिंदल ने सात मील पहुंच पहाड़ दरकने से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। फोरलेन का निर्माण कर रही एक कंस्ट्रक्शन कंपनी की लापरवाही यहां लोगों पर भारी पड़ रही है।
बारिश से जिलेभर में 17 अन्य संपर्क मार्ग व आठ बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए थे। इसमें सात-सात मार्ग मंडी व सराज, दो करसोग व एक मंडी दो मंडल में बाधित हुआ था। जेसीबी लगा लोक निर्माण विभाग ने 14 मार्गों को बहाल कर दिया है। तीन मार्ग अभी भी बाधित हैं। इनमें ऊहल वैली मार्ग, अन्नाकैंवी कुशमल व दुर्गापुर थौना रिस्सा मार्ग शामिल है। जोगेंद्रनगर हलके में बारिश से आठ बिजली ट्रांसफार्मर बाधित हुए थे। 24 घंटे में जिला में बारिश से तीन बकरियों की मौत, तीन घरों, 10 गोशाला को नुकसान पहुंचा है। लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभागों को करीब 3.92 करोड़ का नुकसान हुआ है। जोगेंद्रनगर-सरकाघाट मार्ग पर गिरी चट्टानें
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : जोगेंद्रनगर-सरकाघाट मार्ग पर शुक्रवार को अचानक पहाड़ दरकने से बड़ा हादसा होते टल गया। बसाही, नेरी के बीच चीहर में चट्टानें गिरने से करीब एक घंटे तक यातायात बाधित रहा। मंडी-पठानकोट हाईवे पर जोगेंद्रनगर शहर से करीब दो किलोमीटर दूर ढेलू, पातकू के नजदीक भूस्खलन से सड़क पर मलबा गिरा है। टिकरू गांव में बारिश से स्लेटपोश पशुशाला गिरने से मवेशी बाल बाल बचे। पीड़ित बुद्धि सिंह ने प्रशासन से आर्थिक सहायता गुहार लगाई है। दो घंटे बंद रहा मंडी-धर्मपुर-जालंधर हाईवे
संवाद सहयोगी, सरकाघाट : मंडी-धर्मपुर-जालंधर हाईवे पर लौंगनी पंचायत के हुक्कल गांव के पास सड़क पर चट्टानें गिरने से दो घंटे यातायात बाधित रहा। मार्ग बंद होने से कर्मचारी समय पर कार्यालय नहीं पहुंच पाए। जेसीबी से मलबा हटाने के बाद यातायात बहाल हुआ। बरोटी-लैहड संपर्क मार्ग झनोड़ गांव के पास बंद
सहयोगी, डैहर : सुंदरनगर उपमंडल के बरोटी-लैहड़ संपर्क मार्ग पर झनोड़ गांव में पहाड़ी से मलबा व पत्थर आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। कई वाहन विभिन्न गांवों में फंस गए है। ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग से जल्द से जल्द मशीन की सहायता से सड़क पर गिरा मलबा व पत्थर हटाने की मांग की है। सात मील में बंद हाईवे को बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। पहाड़ से अभी भी चट्टानें गिर रही हैं। इससे मलबा हटाने में बाधा पैदा हो रही है। मलबा हटाने का काम रोक लिया गया है। शनिवार सुबह दोबारा काम शुरू होगा।
-अरिदम चौधरी, उपायुक्त मंडी।