कश्मीरी बोले, कुछ मौकापरस्त लोग करते हैं सेना पर पथराव
आजीविका कमा रहे लोगों ने कहा है कि कश्मीर ¨हदुस्तान का अभिन्न अंग है इसे देश से अलग नहीं होने दिया जाएगा। शहर की जामा मस्जिद में शुक्रवार को नमाज अता करने के बाद उन्होंने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए भारतीय सेना को आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। इससे पहले करीब 100 मुस्लिम समुदाय और कश्मीरियों ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए भार
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : मुस्लिम समुदाय और कश्मीर से आकर जोगेंद्रनगर में आजीविका कमा रहे लोगों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कश्मीर ¨हदुस्तान का अभिन्न अंग है, इसे देश से अलग नहीं होने दिया जाएगा। शहर की जामा मस्जिद में शुक्रवार को नमाज अता करने के बाद उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए भारतीय सेना को आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। इससे पहले करीब 100 मुस्लिम समुदाय और कश्मीरियों ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों को मोमबती जलाकर श्रद्धाजंलि दी।
बुलबुल, याशीन मीर, अब्दुल गिनी, मुस्ताक, खलीफ, मोहम्मद अली ने कहा कश्मीर में कुछ मौका परस्त शरारती तत्वों द्वारा भारतीय सेना पर पत्थराव कर समूचे कश्मीर की छवि को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। ¨हदुस्तान उनकी मातृ और कर्मभूमि रही है, जिसकी आन बान और शान के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर करने के लिए तैयार बैठे हैं। जामा मस्जिद में पुलवामा में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष सलीम भट्ट और मस्जिद के इमाम मोहम्मद अल्ताफ ने भी श्रद्धाजंलि दी और आतंकवादियों को संरक्षण देने वाले पाकिस्तान के खिलाफ रोष प्रकट कर नारेबाजी भी की।
जोगेंद्रनगर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी और रोष प्रकट करने के लिए शहर में एक रोष रैली निकालने की भी योजना बनाई थी। लेकिन स्थानीय प्रशासन से अनुमति न मिलने के कारण रोष रैली को स्थगित कर जामा मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शहीदों को श्रद्धाजंलि दी। पाकिस्तान मुर्दाबाद की नारेबाजी कर रोष प्रकट किया। इस अवसर पर सदीक, रमजान, सफी मोहम्मद, इकबाल मोहम्मद, शरीफ मोहम्मद आदि मौजूद रहे।