सुंदरनगर वनमंडल में खैर का अवैध कटान
सुंदरनगर वन मंडल में इन दिनों खैरों की तस्करी जोरों पर है।
संवाद सहयोगी, सुंदरनगर : वनमंडल सुंदरनगर में खैर का अवैध कटान किया जा रहा है। आरोप है कि ठेकेदार निशानदेही से ज्यादा खैर के पेड़ों का काट कर सरकार का चूना लगा रहे हैं। कुछ दिन पहले लोगों ने खैर के मौछे से भरे एक ट्रक को रोककर वन विभाग के अधिकारियों से शिकायत भी की थी। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है इसकी जांच की जा रही है।
तीन माह से कांगू रेंज के कांगू, उमरी, सलवाणा, ज्योर, सलापड़, जड़ोल और डैहर बीट में खैर का कटान चल रहा है। इसकी आड़ में अवैध कटान भी किया जा रहा है। एक गाड़ी के परमिट पर दो-दो गाड़ियां खैर की लकड़ी से भरी जा रही हैं। ट्रकों में क्षमता से अधिक लकड़ी भरकर उसे बिना अनुमति पंजाब, हरियाणा और हिमाचल के गगरेट और कालाअंब स्थित कत्था फैक्ट्रियों में बेचा जा रहा है। ग्रामीण किशोरी लाल, रती राम, धनीराम, जगदीश कुमार, नत्थू राम और मीनकू राम ने आरोप लगाया है कि यह सब विभाग की मिलीभगत से हो रहा है।
वन विभाग खैर के पेड़ों की निशानदेही करता है। मार्क किए पेड़ों को ही काटा जा सकता है, लेकिन ठेकेदार अधिक मुनाफे के लिए साथ उगे पेड़ों को भी काट देते हैं। सात बीट में काम कर रहे 15 ठेकेदार
कांगू रेंज की सात बीट में 15 ठेकेदार काम कर रहे हैं। एक ठेकेदार आबकारी विभाग को नौ टन माल के हिसाब से 20 हजार रुपये का टेक्स अदा करता है, लेकिन वाहनों में क्षमता से अधिक लकड़ी भर ठेकेदार विभाग को चूना लगा रहे हैं। अवैध कटान की शिकायत मिली है। कांगू रेंज के रेंजर को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है। कोई दोषी पाया जाता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-सुभाष चंद पराशर, डीएफओ, वन विभाग सुंदरनगर।