हंसते खेलते परिवारों को तबाह कर गई जहरीली शराब
कुलभूषण चब्बा सुंदरनगर चार बेटियों के साथ मंगलवार रात को खिलाकर हंसने वाला रजनीश बु
कुलभूषण चब्बा, सुंदरनगर
चार बेटियों के साथ मंगलवार रात को खिलाकर हंसने वाला रजनीश बुधवार सुबह इस दुनिया से विदा हो गया। पत्नी के कंधों पर बेटियों के पालन-पोषण का बोझ आ गया है। जहरीली शराब ने रजनीश के परिवार की तरह चार अन्य परिवारों में किसी के पिता तो किसी के बेटे को उनसे दूर कर दिया। बुधवार को सुंदरनगर उपमंडल में जहरीली शराब के सेवन पांच लोगों की मौत स्वजन को ऐसा जख्म दे गई जो जीवनभर नहीं भर सकता है।
स्वजन अभी तक इस बात को समझ नहीं पा रहे कि मंगलवार शाम तक परिवार का जो शख्स सभी सदस्यों के साथ हंस खेल रहा था आज वह उनके बीच नहीं है। मृतकों में शामिल वेल्डर का काम करने वाले 40 वर्षीय रजनीश की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। अब उसकी चार बेटियों का पालन-पोषण कैसे होगा? डैहर पंचायत का रजनीश कुमार परिवार का एकमात्र सहारा था। बड़ी बेटी पांचवीं, दूसरी तीसरी, तीसरी बेटी दूसरी कक्षा और चौथी बेटी अभी मात्र छह माह की है।
वहीं पेशे से चालक कांगू पंचायत के काला राम के दो बेटे हैं। दोनों बेटों की शादी हो चुकी है और पत्नी घर में ही रहती है। तीसरे मृतक सलापड़ निवासी चेतराम पुत्र चिमनु राम दिहाड़ी लगाकर परिवार का पेट पालता था। उसकी मौत के बाद परिवार में अब बेटा-बेटी, पत्नी और बूढ़े मां-बाप हैं। ऐसे में अब परिवार की सारी जिम्मेवारी बेटे पर आन पड़ी है। लड़की शादी हो चुकी है और बेटा अभी पढ़ाई कर रहा है। टैक्सी चालक सलापड़ का सुदेश कुमार भी परिवार में एकमात्र कमाने वाला था। रीढ़ की हड्डी में दिक्कत के चलते पत्नी कई साल से बिस्तर पर है। अब परिवार को संभालने की जिम्मेदारी 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले बेटे पर आ गई है। सलापड़ निवासी लाल सिंह भी पेश से चालक था। एक बेटी की शादी हो चुकी है। अब परिवार में दो बेटे और पत्नी रह गए हैं।