Move to Jagran APP

संशोधित : आइआइटी मंडी के शोधार्थी रहे डा. नवनीत को मिला इन्यास राष्ट्रीय पुरस्कार

जागरण संवाददाता मंडी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) मंडी के छात्र रहे डा. नवनीत चंद

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 09:45 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 09:45 PM (IST)
संशोधित : आइआइटी मंडी के शोधार्थी रहे डा. नवनीत को मिला इन्यास राष्ट्रीय पुरस्कार
संशोधित : आइआइटी मंडी के शोधार्थी रहे डा. नवनीत को मिला इन्यास राष्ट्रीय पुरस्कार

जागरण संवाददाता, मंडी : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) मंडी के छात्र रहे डा. नवनीत चंद्र वर्मा को भारतीय राष्ट्रीय युवा विज्ञान अकादमी ने इन्यास राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। 2020 में पीएचडी पूरी कर चुके डा. नवनीत चंद्र वर्मा को कार्बोनेजेनिक नैनोपार्टिकल की रसायनिक संरचना, कार्य संबंध व सुपर रिजॉल्यूशन लाइट माइक्रोस्कोपी में इनके उपयोग की बुनियादी समझ में उत्कृष्ट योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया। डा. नवनीत चंद्र वर्मा उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले हैं। वर्तमान में वह इजरायल स्थित इजरायल प्रौद्योगिकी संस्थान हायफा में कार्यरत हैं। प्रोटीन फिंगर प्रिटिग लिक्विड बायोप्सी व भावी चिकित्सा उपयोग के लिए सुपर रिजॉल्यूशन माइक्रोस्कोपी आधारित डिवाइस पर काम कर रहे हैं।

loksabha election banner

स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज के प्रो. चयन नंदी के मार्गदर्शन में डा. नवनीत चंद्र वर्मा ने उपयोग के अनुकूल सबसे आधुनिक सिंगल मोलेक्यूल सुपर रिजॉल्यूशन नैनोस्कोपिक तकनीक का भारत में पहली बार विकास किया। प्रदर्शित किया कि जीवित कोशिका के सेल्युलर डायनामिक्स का नैनोमीटर रिजॉल्यूशन तक अध्ययन कितना आसान है। कार्बन सामग्री के क्षेत्र में पूरे देश से इन्यास कमेटी को 42 प्रविष्टियां मिली थीं।

संस्थान के निदेशक प्रो. अजीत के. चतुर्वेदी ने डा. नवनीत चंद्र वर्मा की उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करने के साथ कहा कि आइआइटी मंडी के लिए यह गौरव का क्षण है कि डा. नवनीत चंद्र वर्मा की थीसिस को इन्यास राष्ट्रीय पुरस्कार-2020 में कार्बन सामग्री के क्षेत्र में पुरस्कार दिया गया। यह पुरस्कार संस्थान के युवा छात्रों को सभी कठिनाइयों और उत्कृष्टता को दूर करने के लिए प्रेरित करेगा।

---------

क्या है इन्यास

भारतीय राष्ट्रीय युवा विज्ञान अकादमी (इन्यास) का गठन दिसंबर 2014 में भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी ने किया था। यह भारत की पहली मान्यता प्राप्त युवा विज्ञानी अकादमी है। इसका उद्देश्य विज्ञान शिक्षा, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युवा विज्ञानी को बढ़ावा देना है। इन्यास नई पीढ़ी के विज्ञानियों के बीच विज्ञान के विषयों पर विचारों के आदान-प्रदान, विमर्श शुरू, सहयोग करने का प्लेटफार्म है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.