पिता परीक्षा अधीक्षक, पुत्र परीक्षार्थी
जागरण संवाददाता, मंडी : 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा में कितनी पारदर्शिता बरती जा रही ह
जागरण संवाददाता, मंडी : 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा में कितनी पारदर्शिता बरती जा रही है इसका प्रमाण मंडी जिला के बल्ह हलके के एक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में देखने को मिल रहा है। यहां पिता परीक्षा अधीक्षक हैं और पुत्र परीक्षार्थी। स्कूल शिक्षा बोर्ड के नियम यह कहते हैं कि ऐसे किसी भी कर्मचारी की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में उस स्कूल में नहीं लगती है, जिसमें कर्मचारी का सगा और दूर पार का कोई विद्यार्थी परीक्षार्थी हो। बोर्ड को बकायदा इस आशय का शपथपत्र देना होता है। जिस प्रवक्ता की परीक्षा अधीक्षक के लिए ड्यूटी लगी है वह करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कार्यरत है।
बताया जा रहा है कि परीक्षा अधीक्षक ने किसी और परीक्षा केंद्र में ड्यूटी के लिए आवेदन किया था, लेकिन बोर्ड द्वारा उसी स्कूल में ड्यूटी लगा दी, जिसमें उनका बेटा परीक्षार्थी है। स्कूल प्रधानाचार्य के संज्ञान में यह मामला आठ मार्च को आया तो उन्होंने शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों को इससे अवगत करवा दिया था। परीक्षा अधीक्षक को रिलीव करने की बात कही थी, लेकिन बोर्ड के अधिकारियों ने इसकी अनुमति नहीं दी। हालांकि परीक्षा अधीक्षक द्वारा नकल इत्यादि करवाने की कोई बात सामने नहीं आई है क्योंकि परीक्षा का संचालन सीसीटीवी कैमरा की देखरेख में हो रहा है। यहां सवाल यह है कि शिकायत के बावजूद बोर्ड के अधिकारियों ने इस मामले में कार्रवाई क्यों नहीं की।
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आठ मार्च को मामला सामने आने के बाद बोर्ड के अधिकारियों को इस बात से अवगत करवा दिया था।
-घनश्याम, प्रधानाचार्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल।
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शिकायत आई है। अगर प्रवक्ता ने गलत जानकारी दी होगी तो उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई होगी।
-हरीश गज्जू सचिव प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला।