फर्जी दस्तावेज मामले में लिखावट खोलेगी राज
जागरण संवाददाता मंडी उपमंडल गोहर के तहत फर्जी दस्तावेज के सहारे दिव्यांगता पेंशन लेने
जागरण संवाददाता, मंडी : उपमंडल गोहर के तहत फर्जी दस्तावेज के सहारे दिव्यांगता पेंशन लेने के मामले अब लिखावट इन दस्तावेजों के राज खोलेगी। जनवरी में विभाग को दिव्यांगता पेंशन के लिए आए आवेदनों में पांच लोगों से यह फर्जी दस्तावेज बरामद हुए थे। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद एक व्यक्ति से पूछताछ की और अब उसके लिखावट के नमूने लिए हैं।
जनवरी में पांच लोगों ने दिव्यांगता पेंशन के लिए विभाग को आवेदन किया था। दस्तावेजों की जांच के बाद उसने दिए गए दिव्यांगता प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए थे। इस पर विभागीय अधिकारी की ओर से सूचित करने के बाद पुलिस ने इस मामले में उन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। हालांकि अपनी जांच के दौरान पुलिस को उपरोक्त लोगों ने बताया था कि उन्होंने अस्पताल में मिले एक व्यक्ति से यह प्रमाणपत्र बनवाए हैं। इसके बाद पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए बुलाया और उसकी लिखावट के नमूने लिए हैं, जो दस्तावेजों में किए गए हस्ताक्षरों के साथ मिलाए जाने हैं। इसकी रिपोर्ट आने के बाद पुलिस इस मामले में आगामी कार्रवाई करेगी।
सूत्रों की मानें तो पुलिस इस रिपोर्ट के आने के बाद यह जांच करेगी कि इस तरह कितने और प्रमाणपत्र बनाए गए हैं और इसके आधार पर कितने लोग फर्जी दिव्यांग बनकर पेंशन ले रहे हैं। साथ ही इस मामले में कहीं किसी विभागीय कर्मचारी की मिलीभगत तो नहीं है इसकी जांच भी पुलिस कर रही है।
-----------
फर्जी प्रमाणपत्र मामले में एक व्यक्ति के लिखावट के नमूने जाने के लिए भेजे हैं। इसकी रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
-शालिनी अग्निहोत्री, पुलिस अधीक्षक मंडी।