ऑनलाइन सीख रहे जंगलों की सुरक्षा के गुर
हिमाचल में तैयार होने वाले देश के हरियाली के प्रहरी इन दिनों ऑनलाइन पढ़ाई से जंगलों और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के गुर सीख रहे हैं। लॉकडाउन के चलते देश के छह राज्यों के कुल 3
कुलभूषण चब्बा, सुंदरनगर
हिमाचल में तैयार होने वाले देश के हरियाली के प्रहरी इन दिनों ऑनलाइन पढ़ाई से जंगलों और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के गुर सीख रहे हैं। लॉकडाउन के चलते देश के छह राज्यों के कुल 38 ट्रेनी रेंजर्स अब घरों में ही रहकर फॉरेस्ट ट्रेनिग इंस्टीट्यूट एंड रेंजर्स कॉलेज सुंदरनगर की वेबसाइट पर लाइव चलने वाले सेशन में इसकी जानकारी हासिल कर रहे हैं। सप्ताह में दो बार चलने वाले लाइव सेशन में रेंजर्स को दो समूहों में बांटकर 45-45 मिनट का लेक्चर दिया जाता है।
लेक्चर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन्हें लेक्चरर द्वारा असाइनमेंट भी दी जाती है, जिसे पूरा करने के बाद उन्हें उसे सेंटर की इसी वेबसाइट में डालना होता है। इन असाइनमेंट को लेक्चरर द्वारा चेक करके फाइनल चेक के लिए सेंटर के निदेशक को प्रेषित किया जाता है। निदेशक से हरी झंडी मिलने के बाद असाइनमेंट्स को प्रति रेंजर्स को दिए गए नंबरों के हिसाब से वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाता है। पांचवें बैच के इन रेंजर्स की ट्रेनिग बीते वर्ष दिसंबर में ही शुरू हुई थी। लॉकडाउन के कारण रेंजर्स के साथ फॉरेस्ट गार्ड की पढ़ाई पर भी असर पड़ा है। चार महीने की ट्रेनिग के बाद ही प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रदेश भर से आए इन 52 फॉरेस्ट गार्डों को फील्ड में भेज दिया गया है। हालांकि इनका ट्रेनिग पीरियड छह माह का होता है। इन गार्ड्स को इनके जिलों के वन मंडल अधिकारियों और रेंजर्स के माध्यम से प्रैक्टिकल ट्रेनिग देने के साथ ही किताबी ज्ञान की बातें भी बताई जा रही हैं।
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इन राज्यों के रेंजर्स ले रहे ट्रेनिग
फॉरेस्ट ट्रेनिग सेंटर में हिमाचल के साथ ही कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और मिजोरम से आए रेंजर्स शामिल हैं। ट्रेनिग सेंटर में 18 की कड़ी ट्रेनिग के बाद ये अपने राज्य यह जंगलों और वन्य प्राणियों की सुरक्षा का जिम्मा संभालते हैं।
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134 रेंजर्स और 165 डिप्टी रेंजर्स ले चुके हैं ट्रेनिग
फॉरेस्ट ट्रेनिग इंस्टीट्यूट एंड रेंजर्स कॉलेज सुंदरनगर में अभी तक चार बैचों में 34 रेंजर्स और 165 डिप्टी रेंजर्स के अलावा प्रदेश के 1498 गार्ड ट्रेनिग लेकर जंगलों की सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे हैं।
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सरकार के निर्देशों के बाद रेंजर्स को वापस बुलाया जाएगा। फिलहाल उनकी ऑनलाइन पढ़ाई जारी है। सप्ताह में दो बार सेंटर की वेबसाइट के माध्यम से लाइव सेशन उन्हें संबंधित विषयों की पढ़ाई करवाई जा रही है। सरकार के निर्देशों के बाद ही रेंजर्स को वापस बुलाया जाएगा।
-एम कृपा शंकर, निदेशक फॉरेस्ट ट्रेनिग इंस्टीट्यूट एंड रेंजर्स कॉलेज सुंदरनगर