ऊहल का बहाव मुड़ने का खतरा, ग्रामीणों ने घर छोड़े
ऊहल का बहाव मुड़ने के खतरे के बाद ग्रामीणों ने घर छोड़ दिए हैं।
सहयोगी, पद्धर : बरोट में ऊहल नदी का जलस्तर बढ़ने से लक्कड़ बाजार खतरे की जद में आ गया है। यहां नदी में छोटा भंगाल की तरफ से भारी भरकम लकड़ी के स्लिपर आ रहे हैं, जिससे नदी का रुख कभी भी मुड़ सकता है। खतरे को देखते हुए लक्कड़ बाजार के ग्रामीणों ने रविवार रात को घर छोड़ कर बरोट स्कूल के भवन में रात गुजारी। कुछ लोग आसपास रिस्तेदारों के घर पनाह लेने को मजबूर हुए। मवेशियों को भी यहां से हटा दिया है। ऊहल नदी का रुख मुड़ने से इससे पहले भी दो बार लक्कड़ बाजार का अस्तित्व मिट चुका है। क्रेटवाल नदी में बहने से शानन विद्युत परियोजना के रेजरवायर को भी खतरा पैदा हो गया है। पंजाब विद्युत परियोजना प्रबंधन ने फिलहाल रेजर वायर को खाली कर दिया है। ढरांगण और काव गांव के पास ग्रामीणों के आलू की फसल से लहलहाए खेत बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
--
दो दुकानें बही :
बरोट स्थित लंबाडग के पास ऊहल नदी की चपेट में आने से दो दुकाने बह गई। यहां स्थानीय निवासी कमलदीप का टी स्टाल और एक अन्य युवक की कंफेक्शनरी की दुकान नदी में बहने का समाचार है।
---- सड़क बही, पुल की अप्रोच क्षतिग्रस्त :
बरोट-मियोट सड़क का जीरो प्वाइंट के पास करीब 200 मीटर क्षेत्र में सड़क का नामोनिशान मिट गया है। जिससे बरोट-मियोट मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है, जबकि घटासनी-बरोट राज्य मार्ग में टिक्कन के पास ऊहल नदी में वैलीब्रिज भी खतरे की चपेट में आ गया है। पुल के नीचे लगाई लोहे की सपॉट बह गई है व एक तरफ की अपरोच भी तेज बहाव के कारण क्षतिग्रस्त हो गई है।
-----
यूएसपी हाइड्रो प्रोजेक्ट को चपत :
चौहारघाटी के बल्ह स्थित यूएसपी हाइड्रो एनर्जी लिमिटेड को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। प्रोजेक्ट निर्माण कार्य में एक 62 केवीए का डीजी सैट, एक वाटर कंडक्टर सिस्टम की एमएस पाइप, डी टैंक से वीयर साइट तक 300 मीटर से अधिक सड़क ऊहल नदी की चपेट में आकर बह गई।
----- लगातार जारी बारिश से ऊहल नदी का जलस्तर बढ़ा है। ग्रामीणों को एहतियात बरतने के निर्देश गए हैं। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
-ज्ञान चंद, नायब तहसीलदार, टिक्कन।